ताज्जुब में लोग, ¨रग बंधा बचाने में भी दो करोड़ खर्च
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): गंगा में घटाव के बावजूद दुबेछपरा ¨रग बंधे पर कटानरोधी
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): गंगा में घटाव के बावजूद दुबेछपरा ¨रग बंधे पर कटानरोधी कार्य तेजी से जारी है क्योंकि बाढ़ विभाग के अधिकारियों को अंदेशा है कि अगर दोबारा गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई तो पानी का दबाव इस बार नहीं झेल पाएगा, इसलिए दुबेछपरा ¨रग बंधे को सुरक्षित करने के लिए अभी भी यहां जोर-शोर से यहां कटानरोधी कार्य हो रहा हैं। प्लास्टिक की बोरियों में ईंट भरकर डाला जा रहा है। वहीं जेसीबी मशीन से मिट्टी आदि का कार्य किया जा रहा है। मौके पर मौजूद बाढ़ विभाग के एसडीओ चंद्रमोहन शाही ने बताया कि ¨रग बंधे को अब कोई खतरा नहीं है। एहतियात के तौर पर कटानरोधी कार्य अभी भी जारी है। दूसरी तरफ केहरपुर गांव के सामने बुजबुजिया कटान जारी है, जिसे रोकने के लिए लगातार आसपास के पेड़ों को कटवाकर बाढ़ विभाग कटान स्थल पर डलवा रहा है। दुबेछपरा में ¨रग बंधे के निर्माण व कटानरोधी कार्य में पिछले वर्ष 29 करोड़ रुपये खर्च हुआ था। इधर बचाव कार्य में भी दो करोड़ करोड़ खर्च की बात विभागीय अधिकारी बता रहे हैं। इसे सुनकर आमलोग भी ताज्जुब में हैं। आम चर्चा यह भी है कि बाढ़ खंड के अधिकारी यहां अपने मिशन में सफल रहे। ऐसे ही खर्च आगे भी होता रहेगा। दूबेछपरा ही नहीं हर जगह कटान की यही कहानी है। जब भी कहीं कटान होता है तो उस दौरान किए गए बचाव कार्यों का कोई हिसाब नहीं होता। अधिकारी या जेई खुद के मन से हिसाब बनाकर शासन को प्रेषित कर देते हैं। आमलोग लूट-खसोट को खुली आंखों से देखकर भी चुप रहने पर मजबूर रहते हैं।