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एनएच के बनने तक तो रोक दें ट्रकों का परिचालन

एनएच-31 को लेकर विगत एक साल से बैरिया विधान सभा में हंगामें का माहौल हैं। वजह कि बैरिया से मांझी घाट तक कुल 19 किमी में एनएच-31 पर सैकड़ों गड्ढ़े हैं। बड़े वाहनों को कौन कहे बाइक सवार भी इस रुट पर सुरक्षित नहीं है। एनएचआई के अधिकारी भी एक साल से लोगों को गुमराह ही कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 06:33 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 12:01 AM (IST)
एनएच के बनने तक तो रोक दें ट्रकों का परिचालन
एनएच के बनने तक तो रोक दें ट्रकों का परिचालन

जागरण संवाददाता, बलिया : एनएच-31 को लेकर विगत एक साल से बैरिया विधानसभा क्षेत्र में हंगामे का माहौल हैं। वजह कि बैरिया से मांझी घाट तक कुल 19 किमी में एनएच-31 पर सैकड़ों गड्ढे हैं। बड़े वाहनों को कौन कहे बाइक सवार भी इस रूट पर सुरक्षित नहीं है। एनएचआइ के अधिकारी भी एक साल से लोगों को गुमराह ही कर रहे हैं। तीन चरण में इस सड़क के निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर आंदोलन भी हो चुका है, लेकिन अभी तक यह सड़क उसी हाल में पड़ी है। आस-पास के लोग ही नहीं इस रूट से बिहार जाने या उधर यूपी में आने वाले वाहनों की भी कम फजीहत नहीं है।

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इस रूट पर प्रतिदिन चार हजार बालू लदे ट्रक बिहार से यूपी में आते हैं और इधर से जाते भी हैं, लेकिन वे जब मांझी सेतु पार करते हैं तो उनका सामना खराब सड़कों से होता है और वे सड़क के बड़े गड्ढों में करवट लेकर फंस जाते हैं और एनएच हर दिन जाम हो जाता है। क्षेत्रीय लोगों ने मांग किया है कि जब तक एनएच बन नहीं जाता तब तक तो इस पर ट्रकों का परिचालन प्रशासन बंद करा दे। ऐसा नहीं होने के कारण ही हर दिन जाम लग रहा है। प्रशासन सब कुछ देखकर भी कोई निर्णय नहीं ले रहा है। ट्रकों के चलते क्षेत्रीय लोग घर से बैरिया तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

एनएच के साथ मांझी सेतु भी हो चला खतरनाक

एनएच-31 के अलावा मांझी का जयप्रभा सेतु भी काफी खतरनाक हो चला है। सेतु के हर ज्वाइंट पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। पिछले दिनों तो एक ट्रक भी उसी गड्ढे में पड़कर सेतु के नीचे लटक गया था। जिसे जेसीबी से ऊपर लाया गया। इसके अलावा दर्जनों वाहन इस सेतु पर दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। दर्जनों लोगों की जान भी जा चुकी है। खास बात यह कि सेतु के गड्ढों का भरने के प्रति कोई भी विभाग सक्रिय नहीं है। एनएचआइ के सभी प्रोजेक्ट भी सेतु से इधर ही रह जाते हैं। ऐसे में ट्रकों का परिचालन बंद करना इसलिए आवश्यक हैं कि ट्रक चालक लाल बालू का ओवर लोड लेकर लेकर इसी सेतु से यूपी में प्रवेश करते हैं।

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