साहब, हादसे के बाद पलटकर देख तो लेते..
जागरण संववादाता, बिल्थरारोड (बलिया): डीजीपी झारखंड के काफिले की गाड़ी से हुए हादसे
जागरण संववादाता, बिल्थरारोड (बलिया): डीजीपी झारखंड के काफिले की गाड़ी से हुए हादसे के बाद लोगों में गम और गुस्सा दोनों है। मृतक और घायलों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके साथ ही गांव के लोग उस मनहूस घड़ी को कोस रहे हैं। साथ ही उनके मन में साहब के प्रति भी गुस्सा है। मृतक रामभवन पटेल उर्फ राजकेवल ग्राम लेदुरही खंदवा निवासी का पूरा परिवार और घायल बालक हिमांशु व युवक अंबिका चौधरी निवासी ग्राम जमुआंव के सभी करीबी घटना से बुरी तरह आहत हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि हादसे के बाद आखिर साहब क्यों नहीं रुके। गाड़ी में सवार लोग भी दूसरी गाड़ी में बैठकर खिसक लिए। वहीं इस मामले में पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा कायम कर खानापूर्ति करने में जुटी है। गांव के पूर्व प्रधान राजेंद्र यादव ने हादसे में पूरी तरह से डीजीपी के काफिले में शामिल गाड़ी चालक को दोषी बताते हुए कहा कि लग्जरी गाड़ी दूसरी गाड़ी को ओवरटेक करने के प्रयास में सड़क के बाइक सवार को टक्कर मार दी। मृतक के परिजन एवं पीड़ितों को पुलिस विभाग व सरकार की तरफ से मुआवजा देने की मांग की।
सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आद्याशंकर यादव ने कहा कि डीजीपी के काफिले की गाड़ी से दुर्घटना तो दुर्भाग्यपूर्ण है ¨कतु हादसे के बाद डीजीपी का न रुकना और मौके से निकल जाना घोर ¨नदनीय है। उन्होंने मृतक के परिजनों के लिए 25 लाख एवं घायलों को तत्काल पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की सरकार से मांग की है।
पूर्व विधायक गोरख पासवान ने कहा कि डीजीपी जैसे पुलिस अधिकारी ने दुर्घटना के बाद पीड़ितों की मदद न कर विवेकहीनता का प्रमाण दिया है।