संगम तट पर दिखेगा प्रवचन व झांकियों का अनूठा संगम
कार्तिक महोत्सव -वृंदावन के राजन दीक्षित का प्रवचन व प्रयागराज की हागी अछ्वुत झांकी -रासलीला, भजन संध्या संग दिखेगा काशी के विद्वानों की भव्य महाआरती
जागरण संवददाता, बलिया: जिले की ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा स्नान का एक अपना अलग ही महत्व है। महर्षि भृगु की तपोभूमि पर इस पावन असर गंगा व तमसा के संगम पर लाखों श्रद्धालु डूबकी लगाते हैं। ऐसे में इस स्नान को और भव्य करने के लिए कई लोग आगे आने लगे हैं। पिछले साल गंगा संगम स्नान पर हुए प्रवचन व झांकी के समागम का लोगों के जेहन में आज भी कायम है। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए और इसे भव्य बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इस साल भी गंगा तीरे संगम तट पर स्नान करने वालों को कार्तिक महोत्सव में अनूठा संगम देखने को मिलेगा। इस महोत्सव में वृंदावन के राज दीक्षित का प्रवचन लोगों को सुनने को मिलेगा। वहीं प्रयाग राज से आए कलाकारों की झांकी भी आकर्षण की केंद्र ¨बदू होगी। रासलीला व भजन संध्या में कलाकारों उच्चकोटि की प्रस्तुति करेंगे। वहीं काशी के विद्वान पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच भव्य आरती का नजारा देखने को मिलेगा। कार्यक्रम के आयोजक साकेत ¨सह ने बताया कि महर्षि भृगु की पावन धरती पर इस तरह का कार्यक्रम कराना निश्चय ही सुखद अनुभूति होती है। पिछले साल कुछ कमियां रह गई थी उसे इस वर्ष दूर करते हुए कार्तिक महोत्सव को भव्य रूप दिया जा रहा है। इससे बाबा भृगु जी की तपोस्थली पर्यटन के क्षेत्र में एक अलग आयाम देने की योजना में अलख जगाया जा रहा है। इस साल कार्तिक महोत्सव का आयोजन 22 नवंबर को दोपहर 12 बजे से शिवरामपुर संगम घाट पर होगा। अगले दिन इसका भव्य समापन। इसमें गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के बैठने, सोने, वस्त्र बदलने, स्वास्थ्य शिविर व प्रसाद की भी व्यवस्था होगी।