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दीपावली के बाद भी चल रहे जुए के अड्डे

दीपावली भी बीत गया और कस्बा व आसपास के ग्रामीण इलाकों में जुआ अड्डों पर अभी भी अंकुश नहीे लग पाया। आज भी ये अड्डे बिना किसी भय के निर्भय चल रहें हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 04:34 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 04:34 PM (IST)
दीपावली के बाद भी चल रहे जुए के अड्डे
दीपावली के बाद भी चल रहे जुए के अड्डे

जागरण संवाददाता, सुखपुरा (बलिया) : दीपावली भी बीत गई और कस्बा व आसपास के ग्रामीण इलाकों में जुए के अड्डों पर अभी भी अंकुश नहीं लग पाया। आज भी ये अड्डे बिना किसी भय के चल रहे हैं। प्राय: प्रत्येक अड्डों पर दर्जनों युवा जुआ खेलते नजर आ रहे हैं। कस्बे में दर्जनों स्थानों पर खुलेआम इसके अड्डों का संचालन किया जा रहा है। आश्चर्य तो यह है कि पुलिस की नाक के नीचे यह सब हो रहा है और वह मूकदर्शक बनी हुई हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आजकल जुआड़ियों का मुख्य अड्डा बन गया है इससे अस्पताल में जाने वाले रोगियों और उनके सहायकों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। दूसरी तरफ अस्पताल के चिकित्सक से लगायत कर्मचारी भी इससे परेशान हैं। कस्बे में अन्य कई सार्वजनिक स्थानों पर जुआ अड्डों का संचालन बिना किसी रोक-टोक के निर्भयता पूर्वक चल रहा है। कमोबेश यही हाल समीप के अन्य गांवों की भी है। जुआ अड्डों के संचालन का दुष्प्रभाव आजकल के किशोर उम्र के लड़कों पर ज्यादा पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे भी जब उन रास्तों से गुजरते हैं तो अनायास उनकी भी नजर उधर चली जाती है, जो निश्चित रुप से उनके मस्तिष्क पर प्रतिकूल असर पड़ता है। क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों ने पुलिस प्रशासन से इस पर तत्काल करवाई कर अंकुश लगाने की मांग की है ताकि जुआ खेल रहे युवाओं की बर्बादी को रोका जा सके।

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