प्राइवेट डेयरी बंद होने से दूध बेचने की समस्या, पशुपालक संकट में
प्राइवेट डेयरी बंद होने से दूध बेचने की समस्या पशुपालक संकट में
जासं, दोकटी (बलिया) : कोरोना की वजह से लॉकडाउन हुए देश से एक तरफ जनता के हितों की रक्षा हो रही है। वहीं इससे कुछ लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। अगर हम बात करें पशुपालकों व दूध व्यवसायियों की तो उनके समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। जो पशुपालक दूध बेचकर अपना व मवेशियों का पेट पालते थे, वे काफी परेशान दिख रहे हैं।
उन लोगों का कहना है कि हम लोग दूध, सरकारी डेयरी की बजाय, प्राइवेट डेयरी में देते थे क्योंकि वहां समय से दूध का उचित मूल्य मिल जाता था, जबकि सरकारी डेयरी समय से कभी भी भुगतान नहीं करती है। वाहन के अभाव में डेयरी बंद हो गई, दुकानें बंद होने के कारण वहां दूध नहीं दिया जा सकता है और सरकारी डेयरी दूध लेने को तैयार नहीं है। वहीं पशुओं के चारे की समस्या महीनों से विकट बनी हुई है। किसानों का कहना है कि ऐसी स्थिति में हम लोग अपने परिवार व पशुओं की कैसे पेट पालेंगे।