विवाहिता के शव की तलाश पुलिस के लिए चुनौती
दहेज हत्या के एक मामले में थाना क्षेत्र के पिपरपांती गांव में एक सप्ताह पूर्व संदिग्ध हाल में हुई विवाहिता की मौत मामले में एक सप्ताह से उसके शव की तलाश जारी है। लेकिन घटना के सात दिन बाद भी मामले में ना तो शव की बरामदगी हुई और न ही मामले में आरोपितों तक पुलिस पंहुच सकी है। ऐसे में ये पूरा मामला सात दिनों से एक पहेली की तरह सभी के दुमाग में घूम रहा है।
जागरण संवाददाता, बांसडीहरोड (बलिया) दहेज हत्या के एक मामले में थाना क्षेत्र के पिपरपांती गांव में एक सप्ताह पूर्व संदिग्ध हाल में हुई विवाहिता की मौत मामले में एक सप्ताह से उसके शव की तलाश जारी है। लेकिन घटना के सात दिन बाद भी मामले में ना तो शव की बरामदगी हुई और न ही मामले में आरोपितों तक पुलिस पहुंच सकी है। ऐसे में ये पूरा मामला सात दिनों से एक पहेली की तरह सभी के दिमाग में घूम रहा है। विगत 19 तारीख को पिपरपांती गांव में रेणु पत्नी चंद्रमोहन यादव की संदिग्ध हाल में मौत हो गई थी। जिसके बाद मामले की आहट पाकर शोर मचने से पूर्व ही उसके परिजनों ने उसके शव को गायब कर दिया। रेणु के मायके के लोगों द्वारा सूचना पाकर सक्रिय हुई पुलिस ने अगले दिन गुरुवार को ताबड़तोड़ कई स्थानों पर छापेमारी कर मृतका के शव की बरामदगी के प्रयास किए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। घटना के बाद मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस ने उसके पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा भी कायम कर लिया। लेकिन शव की काफी तलाश के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली। मामले में पिछले सात दिनों से पुलिस मृतका के शव की बरामदगी के लिए दिन रात हाथ पैर मार रही है लेकिन मामले के आरोपितों समेत मृतका के शव के बारे मे पुलिस को कोई सुराग अब तक नहीं मिल पाया है।
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मृतका के शव की बरामदगी पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है। साथ ही मामले के आरोपितों की भी तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
अशोक ¨सह, सीओ बांसडीह।