Move to Jagran APP

बिटिया के पत्र का पीएमओ ने लिया संज्ञान, ग्रामीणों में हर्ष

???? ?? ?????? ????? ?? ???? ?? ???????????? ?? ??????? ???? ??? ??????-?????? ????? ?? ????? ???? ????? ?? ???? ?? ???? ?? ???? ???? ?????? ????? ?? ????? ???? ?? ??????? ?? ???? ?? ???? ??? ???? ??? ???? ?? ?????? ?? ?? ?? ???? ??? ????? ???? ?? ???? ?????? ????? ??????? ??????? ??????? ???? ?? ?????? ????

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 09:50 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 09:50 PM (IST)
बिटिया के पत्र का पीएमओ ने लिया संज्ञान, ग्रामीणों में हर्ष
बिटिया के पत्र का पीएमओ ने लिया संज्ञान, ग्रामीणों में हर्ष

जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया): गांव की बिटिया आयुषी के पत्र का प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा संज्ञान लेने पर बैरिया- लालगंज मार्ग के भुवाल छपरा चट्टी से चौबे की दलकी तक जाने वाले संपर्क मार्ग का कार्य शासन के निर्देश पर आरंभ हो चुका है। इसके लिए जमीन की पैमाइश भी की जा चुकी है। आयुषी चौबे की दलकी निवासी अवकाश प्राप्त अध्यापक लक्ष्मण चौबे की पौत्री हैं। वह गुरुग्राम में रहकर पढ़ाई करती हैं। विगत जुलाई 2017 को उसने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने गांव की व्यथा बताई थी। उसने लिखा था कि जब गर्मी की छुट्टी होती है और हम लोग अपने गांव जाते हैं तो गांव को जोड़ने वाला कोई संपर्क मार्ग नहीं होने से घर तक जाने में काफी दिक्कत होती है। बरसात के मौसम में तो गांव के लोग रास्ते के अभाव में बाहर तक नहीं जाते हैं। पत्र में लिखा है कि जब अपने बाबा से इस पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का यही नसीब है। गांव के इस हालात को आयुषी ने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय को जब अवगत कराया तो वहां के निर्देश पर कई टीम स्थलीय मौका मुआयना करने मौके पर पहुंच गई। शासन से धन अवमुक्त होने के साथ ही तहसील प्रशासन ने विगत एक सप्ताह पूर्व पैमाइश भी किया। गांव वालों का कहना है कि अब लग रहा है कि हम लोगों के गांव के लिए संपर्क मार्ग मिल जाएगा। वैसे तो संपर्क मार्ग लगभग ढाई दशक पूर्व बना था ¨कतु वह चलने लायक नहीं था और बीच में ही अवरुद्ध पड़ा हुआ था। ----वर्जन----

loksabha election banner

मुझे तो विश्वास ही नहीं था कि मेरे पत्र को इतनी गंभीरता से लिया जाएगा। खुशी है कि देश ने ऐसा प्रधानमंत्री दिया है जो हर किसी का ख्याल रखते हैं। अन्यथा इतने बड़े देश में कौन किसका ख्याल रखता है। गांव आने के बाद इस सड़क को देखकर रोना आता था। अब यह सड़क बन जाएगी जो सभी के लिए खुशी की बात है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.