दूषित जल का सेवन कर बीमार हो रहे लोग
जागरण संवाददाता रसड़ा (बलिया) रसड़ा तहसील क्षेत्र के अधिकांश गांवों में लगे दर्जनों इंडिय
जागरण संवाददाता, रसड़ा (बलिया) : रसड़ा तहसील क्षेत्र के अधिकांश गांवों में लगे दर्जनों इंडिया मार्का हैंडपंप या तो खराब पड़े हैं या दूषित पानी उगल रहे हैं। जिम्मेदार सार्थक कदम उठाने के बजाय कागजी घोड़ा दौड़ाने में लगे हैं। ग्रामीण अंचलों में शुद्ध पेयजल लोगों के लिए एक चुनौती बन गई है। इंडिया मार्का हैंडपंपों के खराब होने, आर्सेनिक युक्त दूषित जल निकलने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। शुद्ध पानी नहीं मिलने के कारण मजबूरन लोग दूषित जल ही पीने को विवश हैं। इसके कारण लोगों को अनेक संक्रामक बीमारियों से भी जूझना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से इस विकट समस्या के समाधान की दिशा में कोई विशेष कदम न उठाए जाने से हालत दिन- प्रतिदिन दयनीय होती जा रही हैं। ग्रामीण जब खराब हो चुके तथा दूषित जल देने वाले हैंडपंपों की मरम्मत व री-बोर की मांग करते हैं तो ग्राम प्रधान यह कहकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि रीबोर कराने का खर्च शासन-प्रशासन की ओर से नहीं आ रहा है। तहसील क्षेत्र के जाम, खड़सरा, लबकरा, महराजपुर, मंदा, कोटवारी, नरला, महराजपुर, अमहर पट्टी उत्तर, अरसुआं, आदि गांवों में शुद्ध जल की समस्या बनी हुई है, जिससे लोग काफी परेशान हो रहे हैं। क्षेत्रीय समाजसेवियों ने शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि विशेष योजना चलाकर मुख्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी स्थापित की जाए तथा दूषित पानी दे रहे हैंडपंपों को व्यापक पैमाने पर रीबोर कराया जाए तो निश्चित तौर इस समस्या से लोगों को राहत मिलेगी।