तीन हफ्ते बाद भी 41 धान क्रय केंद्र नहीं हो सके चालू
जनपद में धान क्रय केन्द्र खोले जाने के करीब 25 दिन बाद भी धान क्रय अपनी रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। सरकारी दावे के बाद भी हजारों किसान जहां बिचौलियों के हाथों ठगे जा रहे हैं वहीं हजारों किसान जिले के विभिन्न केन्द्रों पर धान बेचने की ताक में दरबदर भटक रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बलिया: जनपद में धान क्रय केंद्र खोले जाने के करीब 25 दिन बाद भी धान क्रय अपनी रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। सरकारी दावे के बाद भी हजारों किसान जहां बिचौलियों के हाथों ठगे जा रहे हैं। वहीं हजारों किसान जिले के विभिन्न केन्द्रों पर धान बेचने की ताक में दरबदर भटक रहे हैं। हालात यह है कि जिले में स्वीकृत कुल 61 क्रय केंद्रों के सापेक्ष अभी भी 41 केंद्रों पर खरीद की बोहनी तक नहीं हो सकी है। जिन धान क्रय केन्द्रों पर अब तक खरीद शुरु नहीं हो पाई है उसमें पीसीएफ व एनसीपीएफ के ही 23 केंद्रों शामिल हैं। लगातार हो रही देरी व मौसम के खराब होते मिजाज ने किसानों को परेशान कर दिया है। बावजूद महकमा आज-कल का राग अलापने से बाज नहीं आ रहा है। इस वर्ष धान खरीद के लिए पहले ही पूर्व वर्ष की तुलना में सात क्रय केंद्रों कम बनाए गए हैं। वहीं धीमी गति से हो रही खरीदारी ने किसानों को बेचैन कर दिया है। विभाग द्वारा इस साल महज 48 केंद्रों खोले गये थे लेकिन दो दिन पूर्व 13 नये केंद्र खोलने का फरमान जारी कर दिया गया। पूर्व में खोले गये 48 केंद्रों के सापेक्ष महज 20 केंद्रों पर ही खरीदारी शुरु हो पाई है। यानि पहले से ही 28 क्रय केन्द्रों पर खरीद प्रारम्भ नहीं हो पाया था, जबकि दो दिन पूर्व बनाये गये 13 केंद्रों पर खरीद के लिए आवश्यक साजो सामान की व्यवस्था की जा रही है। वहीं क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए 8245 किसानों ने अपना ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन करा रखा है। पिछले तीन हफ्ते में इन केंद्रों पर अब तक महज 605 एमटी धान खरीद की गई है।