हजरत मोहम्मद के सफरनामे के जिक्र के साथ नातिया कलाम का आगाज
जासं रसड़ा (बलिया) पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब तथा उनके छठवें उत्तराधिकारी हजरत इमामे जाफर सादिक (अ) की यौमे विलादत के मौके पर शनिवार की रात सै.शमशुल हसन के आवास पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महफिले नातिया रसूले पाक का आयोजन किया गया।
जासं, रसड़ा (बलिया) : पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब तथा उनके छठवें उत्तराधिकारी हजरत इमामे जाफर सादिक (अ) की यौमे विलादत के मौके पर शनिवार की रात सै.शमशुल हसन के आवास पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महफिले नातिया रसूले पाक का आयोजन किया गया। इसकी सदारत सै. नजमुल हसन ने की। इस मौके पर बाहरी शायरों के अलावा मुकामी शायरों ने भी भाग लिया।
महफिल के मुख्य अतिथि जफर आजिमी ने हजरत मोहम्मद साहब के पूरे सफरनामे का जिक्र करते हुए अपने नातिया कलाम का आगाज किया तथा बारगहे रिसालत एवं इमामत में नजरानये अकीदत पेश की। इस मौके पर उपस्थित अन्य शायर सै.असगर हुसैन (घोसी), असफाक हुसैन (जलालपुर), नग्मी अब्बास छपरा (बिहार), सै.राशिद हुसैन राची (झारखंड), मौलाना फिरोज हैदर, नेमत अली, इम्तियाज काजिद, नायाब बाकरी जौनपुर सहित अन्य शायरों ने अपने मकसूस अंदाज में नातिया कलाम पेश कर वाह-वाही लुटी।
मुकामी शायरों में सै.महमुद्दुल हसन, शौकत वाजिदी, वली हसन, मौलाना सब्बीह अब्बास, सै.मोहम्मद जौन, आमिर, आरीफ जैदी, आकिब, अब्बास महमुद, जिशान हैदर तथा इरफतान हैदर आदि ने भी नातिया कलाम पेश कर नजराने अकीदत पेश की। पूरी रात चलने वाले इस महफिल में सै. मुस्तफा हुसैन ने रसूले पाक एवं इमामे जाफर सादिक की शिरत पर प्रकाश डालते हुए पूरे मुल्क में अमन चैन की दुआएं मांगी। संचालन मशहूर शायर सागर आजमी ने किया।