केरल बाढ़ आपदा और प्रकृति की भयावह स्थिति दर्शाएंगे पूजा पंडाल
दुर्गा पूजा पर इस बार पंडालों में केरल बाढ़ आपदा से लेकर प्रकृति के सौंदर्य की भी झलक मिलेगी। साथ ही प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने पर मानव जीवन को होने वाले नुकसान को भी देखने को मिलेगा। शहर में पूजा पंडालों के जरिए कई प्रसिद्ध मंदिरों का दर्शन होगा।
जागरण संवाददाता, बलिया: दुर्गा पूजा पर इस बार पंडालों में केरल बाढ़ आपदा से लेकर प्रकृति के सौंदर्य की भी झलक मिलेगी। साथ ही प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने पर मानव जीवन को होने वाले नुकसान को भी देखने को मिलेगा। शहर में पूजा पंडालों के जरिए कई प्रसिद्ध मंदिरों का दर्शन होगा। लोहापट्टी रोड में जय मां शेरावाली नवयुवक समिति द्वारा आयोजित पूजा में इस बार मां दूर्गा का दर्शन पहाड़ियों के बीच बने रास्ते से होकर जाना है। आदर्श विकास समिति चौक कासिम बाजार के पंडाल में इस बार केरल में आई भयानक बाढ़ का मंजर दिखेगा, जिसमें बाढ़ के कारण घर और मकान डूबे हुए दिखाई देंगे। उसी में नाव पर सवार मां का दर्शन होगा। राष्ट्रीय संस्कृति समिति कासिम बाजार पूजा पंडाल में मां दुर्गा और उनके गणों की विशाल प्रतिमा के साथ उनकी सवारी का भी दर्शन होगा। पंडाल के प्रवेश द्वार पर भगवान शंकर के शिव¨लग पर दोनों तरफ से हाथी जलाभिषेक करती हुई दिखेगी, जो विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। दुर्गा भक्त समिति आर्यसमाज रोड द्वारा इस बार पंड़ाल की सभी मूर्तियां इलेक्टिक से स्वचालित रहेगी। वहीं पर भगवान गणेश की गर्दन काटना और नवदुर्गा का प्रकट होने का मंचन भी स्वचालित होता रहेगा। पंडाल का प्रवेश द्वार भगवान अमरनाथ के जैसा दिखेगा। श्री दुर्गा पूजा समिति ओक्डेनगंज का पंडाल राजगीर मंदिर की तर्ज पर बना है।
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अक्षरधाम मंदिर का दिखेगा लुक
दुबहर : क्षेत्र के शिवपुर दीयर नई बस्ती में 1960 से लगातार हो रहे दुर्गा पूजा में बनने वाले पंडाल में इस बार नई दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की झलक दिखेगी। इसकी भव्यता के लिए दस लाख की लागत से पंडाल तैयार किया जा रहा है। कलाकार साहिब दादा ने बताया कि इस वर्ष शिवपुर दियर नई बस्ती के पूजा का पंडाल दर्शकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करेगा।
प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूर्ण, सप्तमी को खुलेंगे पट
रेवती : शारदीय नवरात्र के अवसर पर नगर मे स्थापित पूजा पंडालों में मां दुर्गा के पट खोलने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सप्तमी यानी मंगलवार को विभिन्न पंडालों में मां दुर्गा के जयकारे के साथ पट(मुंख) खोले जाएंगे। इस बार भी नगर मे डेढ़ दर्जन से अधिक मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गयी है। 20 अक्टूबर को सारी प्रतिमाओं का एक साथ विसर्जन जुलुस निकलता है। थानाध्यक्ष राकेश कुमार ¨सह ने बताया कि चार दिवसीय दशहरे मेले व 20 अक्टूबर को होने वाले विसर्जन जुलुस की सारी तैयारी पूरी है। गत शनिवार की देर सायं डीएम भवानी ¨सह खंगारौत व पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली भी थाने पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया था। साथ ही दशहरा मेला व विसर्जन के मद्देनजर स्थानीय पुलिस को जरूरी निर्देश दिए थे।