जानकी-श्रीराम विवाह की लीला देखने को उमड़ी भीड़
जासं रसड़ा (बलिया) रसड़ा क्षेत्र के जाम गांव में चल रही प्रसिद्ध रामलीला के तीसरे दिन मंगलवार की शाम रामलीला मैदान में सीता विवाह के लिए स्वयंवर श्रीराम द्वारा धनुष तोड़े जाने जानकी-श्रीराम का विवाह तथा लक्ष्मण-परशुराम के बीच संवाद का कलाकारों ने मार्मिक तरीके से अभिनय कर मेला में उपस्थित हजारों की भीड़ को सम्मोहित कर लिया।
जासं, रसड़ा (बलिया) : रसड़ा क्षेत्र के जाम गांव में चल रही प्रसिद्ध रामलीला के तीसरे दिन मंगलवार की शाम रामलीला मैदान में सीता विवाह के लिए स्वयंवर, श्रीराम द्वारा धनुष तोड़े जाने, जानकी-श्रीराम का विवाह तथा लक्ष्मण-परशुराम के बीच संवाद का कलाकारों ने मार्मिक तरीके से अभिनय कर मेला में उपस्थित हजारों की भीड़ को सम्मोहित कर लिया। सीता के स्वयंवर में धनुष तोड़ने वाले से सीता का विवाह होना तय था। इस दौरान इस धनुष को अनेक वीरों, राजाओं ने उठाने की कोशिश किया कितु वे धनुष उठाना तो दूर उसे हिला तक नहीं सके। जबकि प्रभु श्रीराम ने इस धनुष को क्षण भर में ही खंडित कर दिया। इसके बाद जानकी व श्रीराम के बीच विवाह सम्पन्न हुआ। इस मौके पर मेला अध्यक्ष लक्ष्मण पांडेय सहित श्रीनारायण खरवार, मिथिलेश, प्रभु वर्मा, घुरभारी, जयराम सिंह, व्यास, संतोष ठाकुर, राहुल खरवार, टिकू, पंकज, हरि नारायण, छोटू चौहान, घनश्याम, दीनाराम, रमाकांत, तिलकधारी आदि अंतिम क्षणों तक लगे रहे।