मवेशियों की आवक जारी, त्योहार से खरीदार नदारद
जागरण संवाददाता, बलिया : ऐतिहासिक ददरी मेला का नंदी ग्राम में पशुओं के उतरने का क्रम जारी है। सोमवार की शाम को छठ पर्व का असर सीधे तौर पर मेला में दिखाई पड़ने लगा। अधिकांश पशु व्यापारी आस्था के पर्व में भाग लेने के लिए शाम होते ही कूच कर गए। इससे नंदी ग्राम में चहल-पहल कम हो गई है। ददरी के इस पशु मेले में सबसे अधिक व्यापारी बिहार से ही आते हैं और छठ का त्योहार यहां और भी विधि-विधान से मनाया जाता है। इस पर्व में भाग लेने के लिए पशु व्यापारी मेला छोड़ कर अपने घरों को निकल गए हैं
जागरण संवाददाता, बलिया : ऐतिहासिक ददरी मेला का नंदी ग्राम में पशुओं के उतरने का क्रम जारी है। सोमवार की शाम को छठ पर्व का असर सीधे तौर पर मेला में दिखाई पड़ने लगा। यहां तक की शाम होते ही चहल-पहल वाला मेला क्षेत्र सुना दिखने लगा था। गैर प्रांत के व्यापारी अपने पशुओं के साथ उतरने लगे हैं। ददरी के इस पशु मेले में सबसे अधिक व्यापारी बिहार से ही आते हैं और छठ का त्योहार यहां और भी विधि-विधान से मनाया जाता है। पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों से अच्छी किस्म की जर्सी गाय व बैल उतरने लगे है। उम्मीद जताई जा रही है कि छठ पूजा के बाद व्यापारी बड़ी संख्या में आएंगे।
सड़क किनारे ही रह रहे पशु
नगर पालिका परिषद की उदासीनता के चलते मेले के बाहर सड़क पर ही पशु रह जा रहे है। इससे यातायात व्यवस्था संग ं नपा की आय भी प्रवाहित हो रही है। ऐसे में इन पशुओं को अंदर ले जाने की पहल अभी तक नहीं हुई।
एडीएम व एएसपी ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण
ऐतिहासिक ददरी मेला की व्यवस्था का जायजा अपर जिलाधिकारी मनोज ¨सघल व एएसपी विजय पाल ¨सह ने लिया। इस दौरान इन अधिकारियों ने व्यापारियों से बातचीत की। साथ ही मेले में नगर पालिका परिषद की व्यवस्था को भी परखा।