मतदाता पुनरीक्षण अभियान से गायब पांच बीएलओ पर गिरी गाज
जागरण संवाददाता बिल्थरारोड (बलिया) केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर गत 12 जनवरी समेत विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान से गायब रहने के आरोप में चार बीएलओ पर आखिरकार कार्रवाई की तलवार चल गई। तहसीलदार बिल्थरारोड जितेंद्र सिंह के रिपोर्ट पर जिला प्रशासन द्वारा एक सहायक अध्यापक दो शिक्षामित्र एक अनुदेशक व एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री का वेतन व मानदेय अगले आदेश तक रोक दिया गया है। साथ ही कारण बताओ स्पष्टीकरण नोटिस थमा दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया) : केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर गत 12 जनवरी समेत विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान से गायब रहने के आरोप में चार बीएलओ पर आखिरकार कार्रवाई की तलवार चल गई। तहसीलदार बिल्थरारोड जितेंद्र सिंह के रिपोर्ट पर जिला प्रशासन द्वारा एक सहायक अध्यापक, दो शिक्षामित्र, एक अनुदेशक व एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री का वेतन व मानदेय अगले आदेश तक रोक दिया गया है। साथ ही कारण बताओ स्पष्टीकरण नोटिस थमा दिया गया है।
इसकी पुष्टि करते हुए तहसीलदार जितेंद्र सिंह ने बताया कि सभी गत 12 जनवरी समेत विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान के कार्य से कई दिन गायब रहे। जिसके कारण उनकी रिपोर्ट पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बतौर बीएलओ कार्य में लापरवाही पर क्षेत्र के टंगुनिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर बूथ सं. 6 के लिए बतौर बीएलओ तैनात सहायक अध्यापक पूजा देवी का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया है। वहीं प्राथमिक पाठशाला चंदायर बलीपुर स्थित बूथ सं. 22 पर भी अनुदेशक मनींद्र कुमार भारद्वाज, प्राथमिक पाठशाला बुद्धिपुर स्थित बूथ सं. 25 पर बीएलओ के रुप में तैनात शिक्षामित्र प्रसिद्धनारायण वर्मा का मनदेय व प्राथमिक विद्यालय जहांगीर नगरा पर तैनात शिक्षामित्र गीता देवी का मानदेय रोक दिया गया है। वहीं तहसीलदार के रिपोर्ट पर बाल विकास परियोजना अधिकारी सीयर ने प्राथमिक पाठशाला अतरौल स्थित बूथ सं. 27 पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री व बीएलओ धानमति यादव का मानदेय अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है। मालूम हो कि मतदाता पुनरीक्षण अभियान 23 दिसंबर से 22 जनवरी तक चलना था। जबकि 29 दिसंबर एवं 5 व 12 जनवरी को क्षेत्र में विशेष अभियान का समय था। जिसके तहत सभी बीएलओ व सुपरवाइजर अपने क्षेत्र के बूथ पर सुबह 10 बजे से 4 बजे तक मौजूद रहकर पुनरीक्षण कार्य के साथ ही लोगों के आपत्ति को दूर करने की जिम्मेदारी थी कितु उक्त के ड्यूटी से गायब होने के कारण उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उक्त कार्रवाई की गई।