ई-रिक्शा चालकों की मनमानी से यातायात व्यवस्था ध्वस्त
जागरण संवाददाता, बलिया : नगर में संचालित ई-रिक्शा पर किसी का नियंत्रण नहीं होने से शहर
जागरण संवाददाता, बलिया : नगर में संचालित ई-रिक्शा पर किसी का नियंत्रण नहीं होने से शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ती चली जा रही है। इनकी मनमानी से आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं प्रतिदिन इनकी बढ़ती संख्या आम जनता के लिए अब परेशानी का सबब बनती जा रही है। शहर में यातायात को सुगम बनाने के लिए ई-रिक्शा का संचालन एसपी रहे प्रभाकर चौधरी ने किया था। इससे लोगों को राहत जरूर मिली लेकिन इनकी लगातार बढ़ती संख्या परेशान अब बढ़ाने लगी है। कुछ माह पूर्व इन पर नियंत्रण कसने के लिए प्रशासन ने सार्थक पहल की और इनका रूट भी निर्धारित किया गया। कुछ दिन इसका पालन हुआ लेकिन फिर व्यवस्था ध्वस्त हो गई। इनकी मनमानी शहर की यातायात व्यवस्था को ही ध्वस्त कर दिया है। जब चाहे जहां खड़ा कर दिए। सवारी के लिए आए एक की जगह तीन से चार तक ई-रिक्शा लगा देते है। इससे जाम की स्थिति बन जाती है। कुछ लोग नशे की हालत में भी ई-रिक्शा चलाते मिल जा रहे हैं। वह सवारियों के साथ बदतमीजी भी करने से नहीं चूकते हैं। आलम यह है कि हर मार्ग पर ई-रिक्शा की भरमार लग गई है। इनकी बढ़ती संख्या से अक्सर जाम की स्थिति बन जा रही है। एक सवारी गाड़ी के आने पर कई ई-रिक्शा एक साथ जैसे-तैसे लगाकर खड़े कर देते हैं। उसी वक्त बड़े वाहन गुजरते समय जाम की स्थिति पैदा हो जा रही है। सवारी बैठाने के चक्कर में वह रिक्शा को हटाना भी उचित नहीं समझते हैं। इसके चलते सबसे खराब स्थिति बहादुरपुर, रेलवे स्टेशन, कुंवर ¨सह चौराहा, चित्तू पाण्डेय चौराहा, एनसीसी चौराहा आदि स्थानों पर है।
नियमों का नहीं करते पालन
शहर में ई-रिक्शा चालकों की मनमानी इस कदर है कि वह नियम को ताख पर रख कर चलते हैं। इसमें अधिकांश तो कम उम्र के हैं। वह तेज चलाने के साथ ही ई-रिक्शा पर ही करतब दिखाने लगते हैं। सवारी बैठाने के लिए कभी भी इस पटरी से उस पटरी चले जाते हैं।