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समय से नहीं चेता प्रशासन तो होगा विशाल प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, बलिया : उप्र लेखपाल संघ के प्रांतीय नेतृत्व में आठ सूत्रीय मांगों के समर्थन में

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Jul 2018 11:05 PM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 11:05 PM (IST)
समय से नहीं चेता प्रशासन तो होगा विशाल प्रदर्शन
समय से नहीं चेता प्रशासन तो होगा विशाल प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, बलिया : उप्र लेखपाल संघ के प्रांतीय नेतृत्व में आठ सूत्रीय मांगों के समर्थन में लेखपालों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मंडल अध्यक्ष बृजेश ¨सह ने कहा कि लेखपाल संघ अपनी जायज मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहा है। अगर इनकी मांगों को पूर्ण करने के बजाय उत्पीड़न की कार्यवाही प्रशासन द्वारा की जाती है, तो राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद लेखपाल संघ के समर्थन में आरपार की लड़ाई को बाध्य होगा। राज्य कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश सरकार को अपना हठ छोड़कर अविलंब लेखपाल संघ की जायज मांगों के संबंध में शासनादेश जारी करना चाहिए। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष निर्भय नारायण ¨सह व जिला मंत्री छट्ठू यादव ने कहा कि लेखपाल संघ के खिलाफ प्रशासन कार्यवाही की तैयारी कर रहा है जिससे लेखपालों में आक्रोश व्याप्त है। जब हम संघ की मांगों को नहीं मान लिया जाता संघ का प्रत्येक सदस्य अपनी कुर्बानी देने को तैयार है।

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लेखपालों की हड़ताल से प्रमाण पत्र के हजारों आवेदन लंबित

जासं, बिल्थरारोड (बलिया): उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर चल रही लेखपालों की हड़ताल से आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र के लिए डाले गए हजारों आवेदन लंबित पड़े हैं। उक्त प्रमाण पत्र आवेदन लोकवाणी व जनसेवा केन्द्रों से आनलाइन भरे जाते हैं। जिनके सत्यापन का कार्य लेखपालों द्वारा किया जाता है। इस समय सत्यापन का कार्य पूरी तरह बाधित है। जिससे एक तरफ छात्रवृत्ति के लिए आय व जाति प्रमाणपत्र के आवेदन हैं, वहीं दूसरी तरफ नौकरी हेतु विभिन्न विभाग के अलग-अलग पदों के लिए हजारों आवेदन में लगाने हेतु निवास व जाति प्रमाणपत्र के आवेदन भी है। उधर पैमाइश व खतौनी का कार्य भी प्रभावित हो गया है। प्रमाणपत्र के लिए लोग सुबह से शाम तक जनसेवा केन्दों से लगायत तहसील का चक्कर लगा रहे हैं। इसके चलते जनसेवा केंद्र संचालकों को भी काफी दिक्कतें हो रही है। आवेदक इसके लिए उन्हें भी परेशान कर रहे हैं। ऐसे समय पर प्रशासन को कोई उचित कदम उठाया जाना चाहिए। जिससे लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े।


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