जिला टॉपर बने दिव्यांशु, दूसरे नंबर पर पवन
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इंटर की परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित हुआ। रिजल्ट आते ही छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे। परीक्षा में नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर माल्देपुर के भैया दिव्यांशु गुप्ता ने 97.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करके जिला टापर बने वहीं द्वितीय स्थान पर सन फ्लावर सीनियर सेकेंडरी स्कूल रसड़ा के पवन सिंह यादव ने 96.2 प्रतिशत अंक साथ अपना स्थान बनाए।
जागरण संवाददाता, बलिया : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इंटर की परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित हुआ। रिजल्ट आते ही छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे। परीक्षा में नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर माल्देपुर के भैया दिव्यांशु गुप्ता ने 97.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करके जिला टॉपर बने, वहीं द्वितीय स्थान पर सन फ्लावर सीनियर सेकेंडरी स्कूल रसड़ा के पवन सिंह यादव ने 96.2 प्रतिशत अंक साथ अपना स्थान बनाए। जबकि आरके मिशन की अन्नुश्री गुप्ता, ज्ञानकुंज एकेडमी बंशी बाजार के आर्यन गुप्ता व सेंट जेवियर्स स्कूल बिल्थरारोड की अंजली यादव व अमन पाल ने बराबर 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर अपना स्थान बनाया।
परीक्षा का रिजल्ट देखने की व्यवस्था विद्यालयों में ही की गई थी। जहां अभिभावक व बच्चे भारी संख्या में मौजूद थे। अपना रिजल्ट पाकर सभी छात्र-छात्राएं उछल पड़े। वहीं उनके अभिभावकों ने भी एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशी का इजहार किया। रिजल्ट देखने के लिए सुबह से ही कालेजों में लोगों के आने का क्रम शुरू हो गया। भीषण गर्मी में भी विद्यार्थियों में रिजल्ट को लेकर उत्साह बना रहा। खुद की प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रहे थे रिजल्ट
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं के रिजल्ट पर आम अभिभावकों की नजर खुद की प्रतिष्ठा के तौर पर थी। जिस अभिभावक का बच्चा अच्छा प्रतिशत लाया वे तो खूब इतरा रहे थे, वहीं जिस अभिभावक का बच्चा लाख प्रयास के बावजूद भी अच्छा प्रतिशत नहीं ला सका वो इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रहे हैं। विद्यालय के बाहर या बाजारों में सभी एक-दूसरे से यही बात पूछ रहे थे कि आपके बच्चे का कितना प्रतिशत रहा। वह किस विद्यालय से था। ऐसे में कम प्रतिशत लाने वाले बच्चों के पिता खुद को थोड़ा असहज महसूस कर रहे थे। वे रूठे स्वर से अपने बच्चे के कम अंक लाने की बात बता रहे थे। इंटरनेट पर थी सबकी नजर
सीबीएसई बोर्ड से जुडे़ विद्यालयों सहित मोबाइल पर भी रिजल्ट देखने की व्यस्तता शाम चार बजे तक ज्यादा देखी गई। इस दौरान अच्छा रिजल्ट लाने वाले परीक्षार्थी रिजल्ट का रिपोर्ट कार्ड आते ही उछल जा रहे थे और तुरंत बाहर निकल अपने दोस्तों संग खुशियां साझा कर रहे थे। उन बच्चों के अभिभावक भी रिजल्ट को लेकर जगह-जगह जमे हुए थे। उन्हें जैसे ही अपने बच्चों के रिजल्ट का पता चलता था, वे खुशियों से झूम उठते थे।