सात गांवों में विकास कार्य की होगी जांच, तीन सचिवों पर कार्रवाई तय
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जागरण संवाददाता, बलिया : स्वच्छ भारत मिशन एवं शासन की तरफ से चलाई जा रही अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने पर सात गांव जांच की जद में आ गए हैं। वहीं इसी तरह की स्वेच्छाचारिता को लेकर तीन सचिवों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है। बुधवार को स्वच्छ भारत मिशन को लेकर जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई।
जनपद के सात गांव सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन व जनसुविधाओं के वितरण में घोर उपेक्षा बरत रहें हैं। लिहाजा मामले में जिलाधिकारी ने तत्काल इन गांवों पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिया है। कार्रवाई की जद में आने वाले गांवों में सोहांव ब्लाक का पिपरा कला, रसड़ा ब्लाक के कुरेम व खड़सरा, गड़वार ब्लाक के रतसड़ कला, नवानगर ब्लाक के चकपुरुषोत्तम, चिलकहर ब्लाक के टीका देवरी व दुबहड़ ब्लाक के छाता गांव शामिल है। जिलाधिकारी के आदेशानुसार एसडीएम के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम इन गांवों में जांच करेगी।
इस टीम में बीडीओ लेखाकार व इंजीनियर शामिल होंगे। इनके द्वारा उक्त गांवों के विकास कार्यों की जांच की जाएगी। जांच के दौरान ग्राम पंचायतों के समूचे कामकाज की विस्तृत जांच की जाएगी कि आखिरकार इन गांवों में स्वच्छ भारत मिशन व अन्य लाभार्थीपरक योजनाओं की गाड़ी क्यों घिसटती रह गयी। जांच के दायरे में आएं गांवों में जांच के लिए डीपीआरओ द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। काफी दिनों से स्वच्छ भारत मिशन की बार बार हो रही समीक्षा में इन गांवों में योजना के सापेक्ष अपेक्षाकृत प्रगति न होने पर नाराज हुए जिलाधिकारी ने इनके जांच के आदेश दे दिए। आदेश जारी होने के बाद इन गावों के जिम्मेदारों में हड़कंप मचा हुआ है। फिलहाल इन गांवों में जांच के बाद ही इनकी अनियमितताओं का पिटारा खुलकर सामने आएगा। इसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि आखिरकार अधिकारियों के तमाम निर्देशों के बाद भी इन गांवों में योजनाओं के क्रियान्वयन का तंत्र क्यों सुस्त बना रहा।
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लपेटे में आए सचिव
स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा बैठक में अनुपस्थित तीन सचिवों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के डीपीआरओ द्वारा निर्देश जारी करने के बाद अब सचिवों में भी इसकी आहट साफ सुनाई देने लगी है। इस कार्रवाई की जद में पंदह ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी ओमप्रकाश, नगरा ब्लाक के चंदन गुप्ता व बैरिया ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी नागेंद्र यादव शामिल हैं। इनके खिलाफ पंचायत राज कार्यालय ने कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर दी है। इन सभी सचिवों ओर अपने कर्तव्यों के प्रति शिथिलता बरतने व शासकीय कार्यों में स्वेच्छाचारी रवैया अपनाए जाने का आरोप है। उक्त सचिवों के कामकाज के तरीके व बैठक में अनुपस्थित रहने से नाराज जिलाधिकारी द्वारा मंगलवार को इनके खिलाफ कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए गए थे। इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करते हुए डीपीआरओ ने बुधवार को अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पत्र जारी कर दिया गया है।
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सात गांवों के विकास कार्यों की चार सदस्यीय समिति द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं। जबकि तीन सचिवों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई है। ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारों पर गांवों की जांच के बाद कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी। जबकि सचिवों के खिलाफ कारवाई प्रस्तावित कर दी गयी है। शासकीय कार्यों में शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
-शशिकांत पांडेय, जिला पंचायत राज अधिकारी।