राहत सामग्री वितरण को लेकर प्रदर्शन, ग्रामीणों ने तहसीलदार को घेरा, नारेबाजी
बांसडीहरोड (बलिया) सुरहा के जल पीड़ितों को राहत सामग्री के वितरण साहब ने मौके से भागना ही उचित समझा।
जासं,बांसडीहरोड (बलिया) : बाढ़ पीड़ितों के लिए पहुंची राहत सामग्री के वितरण में जमकर धांधली की गई। इसके खिलाफ लामबंद ग्रामीणों ने रविवार को प्रदर्शन किया और शासन-प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। Xह्नह्वश्रह्ल;राहत सामग्री वितरण में राजनीति' शीर्षक से खबर दैनिक जागरण ने रविवार को पृष्ठ संख्या 13 पर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। समाचार प्रकाशित होने के बाद मामले की जांच के लिए सरयां पंहुचे तहसीलदार सदर का ग्रामीणों ने घेराव किया और सवालों की बौछार कर दी। तहसीलदार ने मामले की जांच और पीड़ितों को तत्काल राहत सामग्री देने का आश्वासन देकर मौके से भाग निकले।
बीते दिनों क्षेत्र में लेखपालों ने बाढ़ पीड़ितों का विधिवत सर्वे किया था। इसके बाद मंत्री के निर्देश पर राजस्व कर्मियों की ओर से राहत सामग्री का वितरण किया गया। इस वितरण प्रक्रिया के बीच अचानक शिकायतों का दौर चला। देखते ही देखते दिन के उजाले के बाद रात के अंधेरे में भी राहत सामग्री का वितरण होने लगा। इसे लेकर गांवों के प्रधान व अन्य लोग भी मुखर होकर सामने आने लगे। फिर यह प्रकरण सुर्खियों में आ गया। राहत सामग्री के वितरण को लेकर गांवों में द्वंद्व मचा तो रविवार को तहसीलदार सदर शिव सागर दुबे इसकी जांच करने सरयां गांव पहुंच गए।
तहसीलदार के आने की खबर और राहत सामग्री मिलने की आस में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्र होने लगे। इस दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार ने जैसे ही कड़े तेवर में जवाब देना शुरू किया। ग्रामीण उग्र होकर धड़ाधड़ सवालों के गोले दागने लगे। बड़ी संख्या में महिलाओं व पुरुषों के बीच घिरे तहसीलदार ने कुछ देर तक तो मैदान संभाला लेकिन लोगों के आक्रोश को देखते हुए मौके से भाग निकलना ही उचित समझा। तहसीलदार के जाते ही आक्रोशित जनता प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगी। ग्राम प्रधान विनोद सिंह ने उन्हें किसी तरह शांत किया। इस संबंध में प्रधान ने बताया कि तहसीलदार द्वारा बिना किसी दिशा-निर्देश के राहत सामग्री बंटवाने से स्थिति खराब हुई है। राहत सामग्री वितरण में अनियमितता बर्दाश्त नही : एसडीएम
इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम सदर अश्वनी श्रीवास्तव ने बताया कि राहत सामग्री के वितरण को लेकर किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नही की जाएगी। पीड़ितों के लिए शासन से आयी राहत सामग्री पारदर्शी तरीके से पीड़ितों तक पहुचाने की जिम्मेदारी तहसील की है। इसका विधिपूर्वक निर्वहन किया जाएगा। यदि किसी स्तर पर भी अनियमितता की शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया कि विगत तीन दिनों से वे अवकाश पर थे।इसलिए कुछ समस्याएं पैदा हुई हैं लेकिन किसी भी हाल में राहत सामग्री अथवा अन्य किसी भी तरह की लाभार्थीपरक योजनाओं में कोई ही समस्या आने नहीं दी जाएगी।