बलिया हादसे में मृतकों की संख्या हुई 4, चौबीस घंटे बाद मिला लापता युवक का शव, पुलिस ने नाविक को किया गिरफ्तार
फेफना थाना क्षेत्र के माल्देपुर गंगा घाट पर मुंडन संस्कार के दौरान सोमवार की सुबह हुए नाव हादसे के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह दोबारा सर्च आपरेशन शुरू किया गया। एनडीआरएफ के जवानों ने 24 घंटे बाद लापता युवक का शव बरामद किया।
जागरण संवाददाता, बलिया : फेफना थाना क्षेत्र के माल्देपुर गंगा घाट पर मुंडन संस्कार के दौरान सोमवार की सुबह हुए नाव हादसे के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह दोबारा सर्च आपरेशन शुरू किया गया। एनडीआरएफ के जवानों ने 24 घंटे बाद लापता युवक का शव बरामद किया।
2 दर्जन से अधिक लोग थे सवार
वहीं पुलिस ने नाविक मूनजी और उसके साथी रामदयाल को गिरफ्तार कर लिया। नाव हादसे में मृतकों की संख्या चार हो गई है। सोमवार की सुबह मुंडन संस्कार के लिए एक नाव पर दो दर्जन से अधिक लोग सवार होकर परंपरा के अनुसार नदी उस पार जा रहे थे। इस दौरान ओवरलोड के कारण नाव का संतुलन बिगड़ गया और देखते ही देखते नदी में समा गई।
इससे मौके पर चीख-पुकार मच गई। नाव पर अधिकांश महिलाएं सवार थीं। आसपास मौजूद लोगों ने डूब रहे लोगों को बचाने का प्रयास शुरू किया। अस्पताल ले जाने पर तीन महिलाओं की मौत हो गई जबकि पांच का उपचार चल रहा है। घटना के थोड़ी देर बाद जिलाधिकारी रवींद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर मौके पर पहुंचे। नदी में तलाशी अभियान जारी है। अधिकारी लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।
24 घंटे बाद मिला युवक का शव
उधर घटना की सूचना मिलने पर मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया। मृतकों में गंगोत्री देवी (48) पत्नी मुख्तार खरवार निवासी सोनबरसा, सुखपुरा, इंद्रावती देवी (50) पत्नी नेपाल खरवार निवासी सोनबरसा, सुखपुरा और सीमा देवी (40) पत्नी लाल बहादुर यादव, निवासी अमरपुर, दरौली सिवान बिहार शामिल हैं।
इसके अलावा पांच महिलाएं अस्पताल में भर्ती कराई गईं हैं। इनमें सरोज पत्नी रंजीत, न्यू जलालपुर, सुघरी देवी पत्नी शिव शंकर, सगरपाली, मंजू देवी पत्नी हरेंद्र प्रजापति, कलजमुनी पत्नी हरेराम यादव, नवानगर शंकरपुर, बांसडीहरोड और मालती देवी पत्नी अवधेश, सोनबरसा सुखपुरा को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
चिकित्सक ने मालती को वाराणसी रेफर कर दिया। नवानगर बांसडीहरोड के रहने वाले युवक सुरेंद्र यादव का शव मंगलवार की सुबह मिला।