जहरखुरानी के शिकार सीआरपीएफ जवान का पहुंचा शव
जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के 95 बटालियन में तैनात जवान का शव खेजुरी पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। पत्नी सुशीला व दो पुत्रों राहुल व बिट्टू का रो-रो के बूरा हाल है। सीआरपीएफ इंस्पेक्टर रणजीत बहादुर सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को शव गांव लाया गया। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया।
जागरण संवाददाता, पूर (बलिया) : जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के 95 बटालियन में तैनात जवान का शव खेजुरी पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। पत्नी सुशीला व दो पुत्रों राहुल व बिट्टू का रो-रोकर बुरा हाल है। सीआरपीएफ इंस्पेक्टर रणजीत बहादुर सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को शव गांव लाया गया। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया। इसके पूर्व सीआरपीएफ की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र दीपक ने दिया। खेजुरी निवासी बंशीधर ठाकुर (50) जम्मू कश्मीर अपनी यूनिट से छुट्टी लेकर सात अगस्त को घर के लिए निकले थे, लेकिन रास्ते में ही वे जहरखुरानी के शिकार हो गए। उधर घर न पहुंचने पर परिजनों की चिता बढ़ने लगी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। कोई खोज खबर नहीं मिलने पर पत्नी व बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था। इसी बीच सोमवार को वाराणसी से किसी ने फोन पर घरवालों को अनहोनी की सूचना दी और वाराणसी ट्रामा सेंटर में शव होने की बात बताई। यह सुनते ही परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी जहां दहाड़े मारकर रोने लगी वहीं बच्चे भी बिलखना शुरू कर दिए। परिवार के अन्य सदस्यों व गांव के लोगों के साथ बड़ा पुत्र दीपक वाराणसी ट्रामा सेंटर पहुंच कर शव की शिनाख्त की और इसकी सूचना यूनिट को दी। सूचना पर यूनिट के सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। इस संबंध में परिजनों का कहना है कि समय से घर न पहुंचने पर इसकी शिकायत जीआरपी वाराणसी में की गई थी। पुलिस तत्परता दिखाई होती तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। परिजनों ने बताया कि इस दौरान उनके एटीएम से 60 हजार रुपये भी निकल लिए गए हैं।