12 निर्मित अंत्येष्टि स्थल बदहाल, अब आठ की तैयारी
जागरण संवाददाता बलिया राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत करोड़ों से ग्रामीण अंचल में निमि
जागरण संवाददाता, बलिया : राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत करोड़ों से ग्रामीण अंचल में निर्मित अंत्येष्टि स्थल सुविधाओं की कमी के चलते बदहाल हैं। अभी आठ स्थानों पर निर्माण के लिए 1.93 करोड़ की धनराशि ग्राम पंचायतों के खाते में भेजी गई है। इन अंत्येष्टि स्थलों के लिए जगह चिह्नित कर लिए गए हैं। इसमें रामपुर, रसड़ा बाहरी, उदहां, ककरघट्टी, हरिपुर, लहसनी, हरदिया जमीन व सिकंदरपुरी ग्राम पंचायत शामिल हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जहां अंत्येष्टि स्थल तैयार हैं, वहां धरातल पर उपयोग कम है। शासन ने प्रति अंत्येष्टि स्थल के निर्माण के लिये 24.11 लाख रुपये आवंटित किये हैं। तीन वित्तीय वर्षों में 2 करोड़ 89 लाख 44 हजार रुपये खर्च किये गये हैं। इसके बाद भी लोग शवों को परंपरागत स्थल पर ही दाह संस्कार कर रहे हैं।
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शवदाह गृह निर्माण पर एक नजर
अंत्येष्टि स्थल के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में गड़वार ब्लाक के नूरपुर में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया गया। वित्तीय वर्ष 2018-19 में इसी ब्लाक के आसन, मनियर ब्लाक के महथापार व चिलकहर ब्लाक के नगपुरा में अंत्येष्टि स्थलों का निर्माण हुआ। 2019-20 में बेरुआरबारी ब्लाक के बड़सरी, गड़वार के खड़िचा, मनियर के चंदायर व चोरकंड, नगरा के डिहवां व खरुआंव, रसड़ा के कमतैला व नवानगर ब्लाक के जजौली में तैयार हुआ।
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यहां बगीचे में जलता शव
नगरा के ताड़ीबड़ागांव में मुख्य गांव से एक किलोमीटर दूर निर्मित शवदाह गृह जहां पर शव जलाए ही नहीं जाते। गांव के पास स्थित एक बगीचे में शव जलाए जाते हैं।
---वर्जन---
गांवों में बने अंत्येष्टि स्थ्लों की देखरेख ग्राम पंचायत करती है। आठ के निर्माण के लिए धनराशि संबंधित ग्राम पंचायतों के खाते में चली गई है। --- गुलाब सिंह, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी