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सुबह से घने बादल, दोपहर में झूमकर बरसे

तीन माह से उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को बारिश की वजह से राह

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 07:10 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 07:10 PM (IST)
सुबह से घने बादल, दोपहर में झूमकर बरसे
सुबह से घने बादल, दोपहर में झूमकर बरसे

जागरण संवाददाता, बलिया : तीन माह से उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को बारिश की वजह से राहत मिलने लगी है। पिछले तीन दिनों से मौसम ठंडा हो गया है। सोमवार को भी दिन में गरज के साथ तेज बारिश हुई। आसमान में बादलों का जमघट सुबह से ही लगा रहा। जून में समय से बारिश होने के कारण किसान भी खुश हैं। आम तौर पर मानसून सत्र 15 जून से ही माना जाता है। इस तिथि से भंयकर बारिश होनी शुरू हो जाती है लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के चलते पिछले कई सालों से इसकी रफ्तार भी धीमी हो गई है। पूर्वांचल में जून के अंत तक ही मानसून पहुंचता है। कभी-कभी जुलाई के दूसरे सप्ताह में भी यहां मानसून के पहुंचने का रिकार्ड है। खेतों को तैयार करने में जुटे किसान

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मानसून से पहले की बारिश से किसानों की बड़ी समस्या का निदान हो गया है। किसान अपने खेतों को तैयार करने में जुट गए हैं। अधिकांश किसान मक्के की बोआई आद्रा नक्षत्र में करते हैं। बारिश होने से अब वह समय से अपनी बोआई कर सकेंगे। धान की खेती करने वाले किसान भी बीज डालने लगे हैं। किसान सुरेंद्र यादव ने बताया कि इस सीजन में बोआई के लिए किसान बारिश पर ही निर्भर रहते हैं। शहर में शुरू हुई फजीहत

मानसून से पहले शहर के बड़े नालों की सफाई नहीं होने से फजीहत अभी से ही शुरू हो चुकी है। नगर के कई मोहल्लों में अभी से ही जलजमाव शुरू हो चुका है। ऐसे में लगातार बारिश के दौरान के हालात क्या होंगे, सहज अनुमान लगाया जा सकता है। नगर के काजीपुरा, आनंदनगर, कदम चौराहा आदि इलाकों में तो हर साल बारिश के दौरान लोग दो माह तक फजीहत झेलते हैं।


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