जागरूकता के बावजूद नहीं रहती साफ-सफाई
साफ-सफाई के प्रति कहीं भी आम लोगों की जागरूकता ही रंग लाती है। जहां भी आमलोग जागरूक हैं वहां साफ-सफाई का बेहतर इंतजाम है। वहीं जहां लोग जागरूक नहीं हैं वहां गंदगी का पसरी नजर आती है। नगर के वार्डों में भी कुछ ऐसा ही नजारा है। यहां के वार्ड नम्बर चार की सफाई के ²ष्टिकोण से पड़ताल करें तो इस वार्ड में पड़ताल करें तो इस वार्ड में घूरहू नारायण के छपरा, विजयी पुर, अधिवक्ता नगर आदि मोहल्ले हैं।
जागरण संवाददाता, बलिया : साफ-सफाई के प्रति कहीं भी आम लोगों की जागरूकता ही रंग लाती है। जहां भी आमलोग जागरूक हैं वहां साफ-सफाई का बेहतर इंतजाम है। वहीं जहां लोग जागरूक नहीं हैं वहां गंदगी का पसरी नजर आती है। नगर के वार्डों में भी कुछ ऐसा ही नजारा है। यहां के वार्ड नम्बर चार की सफाई के दृष्टिकोण से पड़ताल करें तो इस वार्ड में घूरहू नारायण के छपरा, विजयी पुर, अधिवक्ता नगर आदि मोहल्ले हैं। मोहल्लेवासी बताते हैं कि यहां कहीं कूड़ा पात्र तो नहीं लगा है ¨कतु सुबह और शाम दोनों समय में कूड़ा वाहन आते हैं जिसमें घर-घर के लोग कूड़ा डाल देते हैं। फा¨गग और छिड़काव भी समय-समय पर होता है। कुछ स्थानों पर नालियां जाम थी जिसे साफ कराया गया है। इसके बावजूद भी सड़क किनारे कूड़े का ढ़ेर रखा मिला। ------वर्जन------- --वार्ड में सफाई का इंतजाम अच्छा है। कुछ अन्य समस्याएं हैं जिसका निदान जरूरी है। सबसे ज्यादा मोहल्ले के लोग मच्छरों के प्रकोप से तंग हैं। किसी माध्यम से यदि इनसे मुक्ति मिल जाती तो सभी सुकून में जीते।
अश्वनी ¨सह --मोहल्ले में गंदगी से मच्छरों का प्रकोप ज्यादा है। छिड़काव तो होता है ¨कतु मच्छरों के प्रकोप को कम करने का कोई प्रयास नहीं किया जाता। यह समस्या जाम नालियों से है।
अतुल ¨सह --मोहल्ले में कूड़ा को रखने के लिए कूड़ा पात्र की मांग लंबे समय समय से की जाती रही है। लेकिन इस ओर नगरपालिका का ध्यान नहीं है। वाहन आते हैं लेकिन यदि कूड़ा पात्र रख दिया जाए तो वाहनों की राह नहीं देखनी पड़ेगी।
मंजय ¨सह --मोहल्ले में अभी के समय में तो साफ-सफाई ठीक है लेकिन बरसात के दिनों में हालात नर्क जैसे हो जाते हैं नालियां भी जाम हो जाती हैं। नगरपालिका की ओर से नाली साफ कराया जाता है, इसके बावजूद भी समस्या से मुक्ति नहीं मिल पाती।
मोनू