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बिहार सीमा की बजाय कामगारों को बैरिया में ही उतारा

जागरण संवाददाता बैरिया (बलिया) बिहार के अप्रवासी कामगारों को देश व प्रदेश के विभिन्न शहरों से लेकर बैरिया के रास्ते उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन की बसें मांझी घाट तक बिहार सीमा पर छोड़ने के स्थान पर बैरिया में ही बस से उतारकर छोड़ देने के कारण ये बिहारी कामगार अपने मन से जहां जाना है वहां जा रहे हैं। न तो प्रशासन के लोग उन्हें बिहार सीमा तक अपने देखरेख में छोड़ रहे हैं न ही कोई अधिकारी ही इसके लिए मुश्तैद है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 05:16 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 05:16 PM (IST)
बिहार सीमा की बजाय कामगारों को बैरिया में ही उतारा
बिहार सीमा की बजाय कामगारों को बैरिया में ही उतारा

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): बिहार के अप्रवासी कामगारों को बिहार सीमा पर छोड़ने के बजाय बैरिया में ही बस से उतारकर छोड़ दिया गया। अब बिहारी कामगार अपने मन से जहां जाना चाह रहें हैं, वहां जा रहे हैं। न तो प्रशासन के लोग उन्हें बिहार सीमा तक अपनी देखरेख में छोड़ रहे हैं, न ही कोई अधिकारी ही इसके लिए मुस्तैद है।

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उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों में लगभग दो दर्जन रोडवेज की बसें अप्रवासी बिहारी कामगारों को लेकर आईं। बसें इन कामगारों को मांझी के जयप्रभा पुल के निकट छोड़ने के बजाय बैरिया में ही उतार कर चली गई है। स्थानीय लोग इस संदर्भ में बार-बार संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से आग्रह कर रहे हैं कि इन्हें अपनी देखरेख में यूपी की सीमा पार करा दिया जाय कितु ऐसा नहीं किया जा रहा है। अगर यह कहीं रास्ते में रुक जाते हैं या किसी रिश्तेदारी में बिना बताए चले जाते हैं तो इसकी भनक प्रशासन को नहीं लगेगी। जो खतरा की स्थिति पैदा कर सकती है। लोगों ने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि बिहार के कामगारों को अगर यूपी रोडवेज की बसे लें आ रही है तो उन्हें बिहार सीमा पर छोड़ा जाय ताकि उत्तर प्रदेश में न रह सकें।


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