अयोध्या में भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर भृगु नगरी में राम नाम की धूम
बहुप्रतिक्षित राम मंदिर निर्माण का समय आखिरकार आ ही गया। मंगलवार को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये जाने वाले भूमि पूजन को लेकर बाबा भृगु की नगरी भी उत्साहित नजर आई। जगह-जगह लोग हरिनाम संकीर्तन करा रहे हैं
जागरण संवाददाता, बलिया : बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण का समय आखिरकार आ ही गया। मंगलवार को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से किए जाने वाले भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर बाबा भृगु नगरी में रामनाम की धूम रही। चहुंओर लोग उत्साहित नजर आए।
बागी धरती पर जगह-जगह लोग हरिनाम संकीर्तन करा रहे हैं तो कहीं इस पल को यादगार बनाने के लिए दीप प्रज्जवन की तैयारियां की जा रही हैं। राम मंदिर निर्माण की खुशियां लोगों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही हैं। लम्बे इंतजार के बाद मिली इस शुभ घड़ी पर चहुंओर चर्चा का बाजार गर्म है। लोग 1992 की घटना को याद कर उन कारसेवकों को नमन कर रहे हैं जिनके त्याग व बलिदान से यह समय नसीब हो सका है।
जनपद के ख्यात साहित्यकार राज गुप्त ने बताया कि 1992 की घटना को याद कर आज भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। बताया कि 1988 में अपने एक लेख दान देई दधिचि कहाई'के द्वारा हमने बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी से उक्त भूमि को राम मंदिर के लिए दान स्वरुप मांगने की गुहार तत्कालीन राजनीतिज्ञों से की थी। उस दौरान इस बात को लोगों ने न सिर्फ हल्के में लिया था बल्कि हंसी भी उड़ाई थी। पुस्तक प्रकाशन के चार वर्ष बाद अयोध्या में हुई उस मनहूस घटना ने न सिर्फ हिदुओं को हिला कर रख दिया था बल्कि इंसानियत भी शर्मसार हो उठी थी। वर्षों तक न्यायालयीय प्रक्रिया में उलझ कर टेंट में रहने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम राम का मंदिर निर्माण का शुभारंभ मुंह मांगी मुराद पूरी होने जैसी है।
उधर राम जन्मभूमि के शिलान्यास के पावन अवसर की पूर्व संध्या पर विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में जापलिनगंज स्थित दुर्गा मंदिर पर अखंड हरिकीर्तन आयोजित किया गया। जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे ने बताया कि मंगलवार को दिन में 12.20 बजे अयोध्या में भूमि पूजन के बाद आरती होगी। ठीक उसी समय यहां भी आरती की जाएगी और उसके बाद समापन हरिकीर्तन से किया जाएगा। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ. चन्द्रशेखर पांडेय भी मौजूद थे।