Ballia News: पैसेंजर ट्रेन के गेट पर खड़ी होकर युवती ले रही थी सेल्फी, बैलेंस बिगड़ने से नीचे गिरी, मौत
तनु सिंह डाउन पैसेंजर ट्रेन से जिगनी हाल्ट से अपने दोस्तों के साथ बलिया आ रही थी। वह वायना रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची तो चलती ट्रेन के गेट पर खड़ी होकर मोबाइल से सेल्फी लेने लगी लेकिन वह असंतुलित होकर गिर गई।
बलिया, जागरण संवाददाता। वाराणसी से छपरा रेलखंड पर वायना रेलवे क्रासिंग के पास शुक्रवार की सुबह डाउन पैसेंजर ट्रेन से एक युवती सेल्फी लेते समय नीचे गिर गई, इसके चलते वह बुरी तरह जख्मी हो गई। स्थानीय लोगों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने स्वजनों को घटना की सूचना दी है।
जानकारी के मुताबिक, फेफना के कोपवा गांव निवासी तनु सिंह डाउन पैसेंजर ट्रेन से जिगनी हाल्ट से अपने दोस्तों के साथ बलिया आ रही थी। वह वायना रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची तो चलती ट्रेन के गेट पर खड़ी होकर मोबाइल से सेल्फी लेने लगी, लेकिन वह असंतुलित होकर गिर गई।
रेलवे लाइन पर सेल्फी लेने पर हो सकती छह महीने की जेल
रेल मंत्रालय ने फरवरी में अपने ट्विटर अकाउंट पर अपील किया था कि रेलवे ट्रैक, बोगी का गेट और प्लेटफार्म के पास सेल्फी नहीं लें क्योंकि यह बहुत खतरनाक है। रेल अधिनियम 1989 के तहत यह दंडनीय अपराध है। ऐसा करने पर 1000 रुपये जुर्माना या फिर छह महीने की जेल हो सकती है। इसके बाद लोग इस दिशा में चेत नहीं रहे हैं।
बदला प्लेटफार्म, ट्रैक पार करते समय खादी भंडार के कर्मचारी की मौत
चितबड़ागांव। नगर पंचायत के जवाहर नगर की मुन्नी लाल कनौजिया चितबड़ागांव स्टेशन के पास मालगाड़ी की चपेट में आ गया। वह प्लेटफार्म एक पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था। इसी बीच सूचना मिली कि ट्रेन प्लेटफार्म दो पर आ रही है। मुन्नी लाल दो नंबर पर जाने लगा।
रेल पटरी पार करते समय गाजीपुर की ओर से आ रही मालगाड़ी की चपेट में आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मुन्नी गाजीपुर खादी भंडार में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी था। वह प्रतिदिन ट्रेन से घर आया जाया करता था।
गौरतलब है कि डेढ़ साल से निर्माणाधीन चितबड़ागांव का फुट ओवरब्रिज चितबड़ागांव रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म एक से दूसरे पर जाने के लिए फुट ओवरब्रिज डेढ़ साल से निर्माणाधीन है। काम अधूरा पड़ा है। ओवरब्रिज चालू नहीं होने के कारण यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर प्लेटफार्म बदलने को मजबूर हैं।
आपाधापी में ट्रेन पकड़ते समय कई हादसे हो चुके हैं। लोगों ने बताया कि कई बार रेलवे के उच्चाधिकारियों को फुटओवर ब्रिज का तत्काल निर्माण पूरा करने के लिए पत्र दिया गया लेकिन कार्य ठप है।