Ballia News: परिषदीय विद्यालयों में मिलने वाले यूनिफार्म की धनराशि का दुरुपयोग रोकने के लिए अपलोड करना होगा फोटो
5.48 लाख पुस्तकें उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए आनी हैं। कई प्रकाशकों को टेंडर दिए जाने के बाद भी समय पर पुस्तकें नहीं पहुंची। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है। नया शिक्षा सत्र अप्रैल से शुरू है।
बलिया, जागरण संवाददाता। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का यूनिफार्म पहने फोटो प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से डीबीटी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को मिलने वाली धनराशि का दुरुपयोग रोकने के लिए यह कवायद की जा रही है।
चालू शैक्षिक सत्र में जिले 3.34 लाख बच्चों में प्रथम चरण में 1.57 लाख विद्यार्थियों का डाटा भेजा गया था, इसमें 91,741 अभिभावकों के खाते में 1,17,514 बच्चों के यूनिफार्म की धनराशि प्रति छात्र 12 सौ रुपये के हिसाब से पहुंची है। जिले में बच्चों के लिए लगभग 14.10 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। 2.16 लाख बच्चों के आधार के सत्यापन में विलंब के कारण यह धनराशि नहीं पहुंची है।
धनराशि मिलने के बाद बहुत से अभिभावक यह रकम दूसरे मद में खर्च कर दिए हैं। उनका बच्चा सामान्य यूनिफार्म में ही विद्यालय पहुंच रहा है। प्रधानाध्यापकों की शिकायतों के बाद शासन स्तर से यह निर्णय लिया गया है। उच्च प्राथमिक के बच्चों को अभी भी नहीं मिलीं पुस्तकें जिले के 2249 परिषदीय विद्यालयों में 3.34 लाख बच्चों के लिए 15.98 लाख पुस्तकों की डिमांड भेजी गई थी, इसमें अभी तक लगभग 10.50 लाख पुस्तकें की खेप पहुंची है। उसे बच्चों में वितरित कर दिया गया है।
समय पर पुस्तकें नहीं पहुंची, पढ़ाई प्रभावित
5.48 लाख पुस्तकें उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए आनी हैं। कई प्रकाशकों को टेंडर दिए जाने के बाद भी समय पर पुस्तकें नहीं पहुंची। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है। नया शिक्षा सत्र अप्रैल से शुरू है। बिना पुस्तकों के ही लगभग छह माह गुजर गए।
बीएसए मनिराम सिंह ने कहा, यूनिफार्म से वंचित बच्चों के अभिभावकों के खाते में बहुत जल्द धनराशि आनी है। पुस्तकों की खेप शनिवार को भी पहुंची है। जो प्रकाशक पुस्तकों की सप्लाई में विलंब किए हैं उनको प्रति सप्ताह एक प्रतिशत की कटौती कर धनराशि का भुगतान किया जाएगा।