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चार घंटे न्यायिक अभिरक्षा में रहे बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, फिर हुए रिहा

करीब 12 वर्ष पुराने सरकारी कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करने तथा पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता करने के मामले मेें सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त मंगलवार को चार घंटे तक न्यायिक अभिरक्षा में रहे। वह एमपी-एमएलए सिविल जज (सीडी) फास्ट ट्रैक कोर्ट तपस्या त्रिपाठी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 13 Sep 2022 10:45 PM (IST)Updated: Tue, 13 Sep 2022 10:45 PM (IST)
चार घंटे न्यायिक अभिरक्षा में रहे बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, फिर हुए रिहा
चार घंटे न्यायिक अभिरक्षा में रहे बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त

बलिया, जागरण संवाददाता : करीब 12 वर्ष पुराने सरकारी कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करने तथा पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता करने के मामले में सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त मंगलवार को चार घंटे तक न्यायिक अभिरक्षा में रहे। वह एमपी-एमएलए सिविल जज (सीडी) फास्ट ट्रैक कोर्ट तपस्या त्रिपाठी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिए। उन्हें 25-25 हजार के बंधपत्र पर रिहा करने के आदेश दिया गया। कलेक्ट्रेट परिसर में 16 सितंबर 2010 को घटना हुई थी। सांसद वीरेंद्र सिंह व अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था।

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