सरपत उग आने से हो रही हैं दुर्घटनाएं
क्षेत्र के लालगंज-मुरली छपरा मार्ग व रामपुर कोड़रहा-खवासपुर-लालगंज बीएसटी बंधा पर सड़कों के दोनों किनारे सरपत उग आने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीं उसमें विषैले जंतुओं का बसेरा बना हुआ है। सबसे पुराना बाजार लालगंज बाजार है। यहां खरीदारी करने के लिए रामपुर कोड़रहा दलन छपरा मुरली छपरा दलकी वाजिदपुर रामपुर आदि गांवों से पहुंचते हैं। सड़क पर सरपत की स्थिति यह है कि कुछ ही दूरी पर जाने वाले यात्री नहीं दिखाई देते हैं फलस्वरूप दुर्घटनाएं होना स्वाभाविक हैं। लोगों का मानना है कि इस सरपत में सैकड़ों विषैले जंतुओं ने अपना ठिकाना बना रखा है। वहीं दूसरी तरफ उक्त सड़कों की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। इन दोनों सड़कों पर पैदल भी चलना मुश्किल है।
जासं, दोकटी (बलिया): क्षेत्र के लालगंज-मुरली छपरा मार्ग व रामपुर कोड़रहा-खवासपुर-लालगंज बीएसटी बंधा पर सड़कों के दोनों किनारे सरपत उग आने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीं उसमें विषैले जंतुओं का बसेरा बना हुआ है। सबसे पुराना बाजार लालगंज बाजार है। यहां खरीदारी करने के लिए रामपुर कोड़रहा, दलन छपरा, मुरली छपरा, दलकी, वाजिदपुर, रामपुर आदि गांवों से पहुंचते हैं। सड़क पर सरपत की स्थिति यह है कि कुछ ही दूरी पर जाने वाले यात्री नहीं दिखाई देते हैं, फलस्वरूप दुर्घटनाएं होना स्वाभाविक हैं। लोगों का मानना है कि इस सरपत में सैकड़ों विषैले जंतुओं ने अपना ठिकाना बना रखा है। वहीं दूसरी तरफ उक्त सड़कों की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। इन दोनों सड़कों पर पैदल भी चलना मुश्किल है।