मतदान में शिक्षा विभाग से होंगे 70 फीसद कर्मी, तैयार हो रही सूची
जागरण संवाददाता बलिया विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जिले के सभी विभागों के अधिकारी जुट
जागरण संवाददाता, बलिया : विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जिले के सभी विभागों के अधिकारी जुटे हैं। जिले के सात विधान सभा क्षेत्रों में तीन मार्च को मतदान होने हैं, इसके लिए 1401 मतदान केंद्रों पर 2825 बूथ बनाए गए हैं। एक बूथ पर चार मतदान कर्मी तैनात किए जाएंगे। इस तरह जिले भर में मतदान कराने के लिए 11300 मतदान कर्मियों की जरूरत होगी। 10 फीसद अधिक कर्मियों को सुरक्षित रखने का भी निर्देश है। इस तरह चुनाव में कुल 12430 मतदान कर्मी लगेंगे, इसमें सबसे ज्यादा 70 फीसद कर्मियों को शिक्षा विभाग से लगाया जाएगा। 30 फीसद मतदान कर्मी दूसरे विभागों से होंगे। इस तरह माध्यमिक और बेसिक मिलाकर 8701 कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है।
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बांसडीह विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक बूथ : जिले में सबसे अधिक बूथ बांसडीह विधान सभा क्षेत्र में हैं। यहां 223 मतदान केंद्रों पर 446 मतदेय स्थल होंगे। दूसरे नंबर पर रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में 425 मतदेय स्थल और मतदान केंद्र 212 है। मतदान केंद्र के मामले में सबसे अधिक 229 बिल्थरारोड विस क्षेत्र में है, इसमें 420 मतदेय स्थल होंगे। बलिया नगर में 169 मतदान केंद्रों पर 407 मतदेय स्थल होंगे। सिकंदरपुर में 194 मतदान केंद्र व 353 मतदेय स्थल, फेफना में 194 मतदान केंद्र व 375 मतदेय स्थल, बैरिया विस क्षेत्र में 180 मतदान केंद्रों पर 399 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।
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कर्मचारियों की कमी होने पर लगेगी शिक्षा मित्रों की डयूटी : विधानसभा चुनाव में शिक्षामित्रों व अनुदेशकों आदि की ड्यूटी तभी लगाई जाएगी, जब सभी नियमित सरकारी कार्मिकों को निर्वाचन कार्य में लगा देने के बाद भी कार्मिकों की कमी होगी। निर्वाचन आयोग की ओर से शिक्षामित्र, रोजगार सहायक, अनुदेशक, आंगनबाड़ी कार्मिक व अन्य समकक्ष को मतदान कार्मिक के रूप में तैनात करने के संबंध में गाइडलाइन जारी किया गया है। कहा गया है कि ऐसे कार्मिकों की ड्यूटी संबंधित जिलों में केवल उसी स्थिति में लगाई जाएगी, जब जिले की ओर से यह प्रमाणित किया जाए कि मंडलीय स्तर से मिले नियमित सरकारी कार्मिकों को पूरी तरह से लगा दिया गया है। निर्देश है कि जहां तक संभव हो, उक्त कार्मिकों को आरक्षित पूल में सुरक्षित रखा जाए। जरूरत पड़ने पर शिक्षामित्रों को मतदान अधिकारी द्वितीय और अन्य कर्मियों को मतदान अधिकारी तृतीय के रूप में लगाया जाएगा। इस निर्णय का शिक्षा मित्र संगठन ने विरोध किया है। संगठन के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा है कि शिक्षा मित्रों के साथ यह सौतेला व्यवहार है। चुनाव आयोग को यदि शिक्षा मित्रों की भूमिका पर शंका है तो इनसे बीएलओ का कार्य भी नहीं लिया जाए। कहा कि जिले में लगभग 2754 शिक्षा मित्र और 513 अनुदेशक हैं। चुनाव आयोग के इस निर्णय से सभी के मन को ठेस पहुंची है।