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कब्रिस्तान विवाद में जमीन नापी से पूर्व 51 को नोटिस

जागरण संवाददाता बिल्थरारोड (बलिया) बिल्थरारोड नगर से सटे उभांव थाना के बिठुआ में छठ

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 06:50 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 06:50 PM (IST)
कब्रिस्तान विवाद में जमीन नापी से पूर्व 51 को  नोटिस
कब्रिस्तान विवाद में जमीन नापी से पूर्व 51 को नोटिस

जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): बिल्थरारोड नगर से सटे उभांव थाना के बिठुआ में छठ पूजा के दौरान टेंट लगाने के विरोध के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। चर्चा में आए छठ घाट-कब्रिस्तान विवाद में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों पक्ष से 51 लोगों को शांति भंग की आशंका में पाबंद किया है। बुधवार को एसडीएम संतलाल ने धारा 107-116 की नोटिस भेज दिया। मामले में विवादित भूमि की तहसीलदार जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में पांच दिसंबर को स्थलीय निरीक्षण व नापी होनी है। इसके पूर्व शांति भंग की संभावना जताते हुए पुलिस ने दोनों पक्ष से 51 लोगों को चिह्नित किया है।

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चौकी इंचार्ज आरके सिंह ने बताया कि बिठुआं के छठ घाट के पास विवादित कब्रिस्तान की भूमि को लेकर एसडीएम द्वारा कार्रवाई की गई है। एक पक्ष से तौसीफ उर्फ रेनू, मो. साहब, तकवीम उर्फ सोनू फरसाटारी, जियाउल, काजी अब्दुल्ला, सगीर फारुकी, मसुदूर, मो. जैद, एहतेसाम, सादिल, मेराज उर्फ सुद, मो. आतिक, अली नवाज, इरशाद, तनवीर, जिशान अंसारी, इस्लाम, रेहान, सेराज, आदिल, समेत 31 एवं दूसरे पक्ष से कौशल्या देवी, भीम, नेपाली यादव, अविनाश यादव, अमितचंद्र, जर्नादन यादव, रमेश यादव, चंदन, बाबूलाल, जोगिदर, धीरज गोंड, राहुल यादव, सोनू, मरछू, रोहित कुशवाहा, मोतीलाल यादव, रमाशंकर राजभर, बबलू मौर्य समेत 20 को शांति भंग की आशंका में पाबंद किया गया है, जिन्हें आगामी आठ दिसंबर को एसडीएम कोर्ट में तलब किया गया है।

नोटिस सभी को तामिल कराई जा रही है। गौरतलब है कि छठ पूजा के दौरान बिठुआ पोखरा के पास पारंपरिक टेंट को अचानक एक पक्ष द्वारा कब्रिस्तान बताकर हटाने का दबाव बनाया जाने लगा। इससे मौके पर सांप्रदायिक तनाव व्याप्त हो गया। विवाद के दौरान तहसीलदार जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने किसी तरह से स्थिति को नियंत्रित किया और छठ पूजा संपन्न हो सका। बावजूद एक पक्ष भू-अभिलेख का हवाला देकर छठ घाट को कब्रिस्तान की भूमि बताकर भविष्य में छठ पूजा पर रोक लगाने की प्रशासन से मांग की। इस घटना के बाद से दोनों पक्ष में तनाव बढ़ गया है।


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