जिदगी और मौत से जूझ रहा पुलिस पिटाई से घायल युवक
संसूबहराइच रुपईडीहा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बाग निवासी युवकों को स्मैक बेचने के शक में एसओजी टीम पकड़ कर लाई थी। आरोप है कि एसओजी टीम ने पुलिस लाइन के कमरे में बंद कर एक युवक जमकर पिटाई की। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर देख लखनऊ रेफर किया चार दिनों से वह वेंटीलेटर पर है। मामले में परिवारजनों ने एसओ टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एसपी ने एसओजी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया था लेकिन टीम के अन्य पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है।
संसू, बहराइच : रुपईडीहा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बाग निवासी युवकों को स्मैक बेचने के शक में एसओजी टीम पकड़ कर लाई थी। आरोप है कि एसओजी टीम ने पुलिस लाइन के कमरे में बंद कर एक युवक जमकर पिटाई की। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर देख लखनऊ रेफर किया, चार दिनों से वह वेंटीलेटर पर है। मामले में परिवारजनों ने एसओ टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एसपी ने एसओजी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया था लेकिन टीम के अन्य पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है।
रुपईडीहा थाना क्षेत्र के मुहल्ला कच्ची लाइन निवासी साहबे आलम पुत्र मेहंदी व मुस्लिम बाग निवासी जमील अहमद उर्फ आशू मियां को स्वाट टीम पूछताछ के लिए शनिवार को लेकर आई थी। दोनों को पुलिस लाइन स्थित एक कमरे में बंद किया गया था। साहबे आलम का आरोप है कि स्वाट टीम उसे लेकर रुपईडीहा चली गई और जमील को एक कमरे में बंद कर पुलिस कर्मियों ने उसे जमकर पीटा। देर शाम जब पुलिस उसे लेकर पुलिस लाइन आई तो जमील के मुंह से खून आ रहा था। उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे। पुलिस पिटाई से वह बेहोश पड़ा था। पुलिसकर्मी आनन फानन में उसे जिला अस्पताल ले गए, लेकिन मामले को दबाने के लिए पुलिसकर्मियों ने उसे लखनऊ रेफर करा दिया, जहां 96 घंटे से जमील जिदगी और मौत से जूझ रहा है। विभागीय सूत्रों कि मानें तो मामले की जांच एएसपी ग्रामीण रवींद्र सिंह कर रहे हैं। जांच के आधार पर अभी स्वाट टीम में मौजूद कई अन्य लोगों पर भी गाज गिर सकती है।