बाढ़ से घिरे गांव में इलाज मिला न मरने के बाद दो गज जमीन
देर रात जहरीले सर्प के काटने पर बिगड़ी हालत सुबह हो गई मौत
संसू, बहराइच : इसे व्यवस्था की खोट कहें या फिर कागजी व्यवस्था। बाढ़ से घिरे सिपहिया हुलास की रहने वाली बुजुर्ग महिला को सर्प काटने पर रात भर न तो इलाज मिला और मौत हुई तो गांव में दो गज जमीन भी नसीब नहीं हुई। जैसे-तैसे परिवारजन दूसरे गांव में रह रहे रिश्तेदार की जमीन पर मृतका के शव को दफन किया। महसी तहसील क्षेत्र के ग्राम सिपहिया हुलास चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिरा है। इस गांव की 80 वर्षीय नाजिया को गुरुवार रात जहरीले सर्प ने काट लिया। बाढ़ राहत चौकी तक ले जाने के लिए नाव की व्यवस्था रही न ही पानी के तेज बहाव में परिवारजन ही साहस जुटा पाए। लिहाजा भोर होते ही उसकी मौत हो गई। मौत के बाद अंतिम संस्कार करने के लिए गांव में चारों तरफ भरा पानी बाधा बन गया। दोराहे पर खड़े परिवारजनों को ढोंढायल गांव के रिश्तेदार आगे आए और वहां ले जाकर नाजिया का शव सुपुर्द-ए-खाक किया गया। गांव के लोगों का कहना है कि पानी ज्यादा होने व मुख्य मार्ग कट जाने से तटबंध तक पहुंचने का माध्यम नाव ही है। एसडीएम महसी एसएन त्रिपाठी ने घटना से अनभिज्ञता जाहिर की है।