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स्वच्छ जल के नाम पर गांवो से हो रहा छल

बहराइच : जल ही जीवन है। यह नारा कोई नया नहीं है, लेकिन स्वच्छ जल के नाम पर कैसा छल हो

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 12:01 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 12:01 AM (IST)
स्वच्छ जल के नाम पर गांवो से हो रहा छल

बहराइच : जल ही जीवन है। यह नारा कोई नया नहीं है, लेकिन स्वच्छ जल के नाम पर कैसा छल हो रहा है, इसे जानने के लिए आपको कैसरगंज ब्लॉक में आना पड़ेगा। लोगों को स्वच्छ पेयजल के लिए 71 ग्रामपंचायतों में 2900 से अधिक इंडिया मार्का हैंडपंप लगाए गए हैं। लगाए गए हैंडपंपों में 200 से अधिक हैंडपंप रिबोर के लायक हैं। साथ ही अधिकांश नल खराब भी पड़े हैं। ऐसे में हर गांव में लोगों को शुद्ध पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

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सबको शुद्ध व स्वच्छ जल मिल सके, इसके लिए ग्राम पंचायतों में लगवाए गए नल व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे हैं। 2900 से अधिक लगे हैंडपंपों में 200 से अधिक नल रिबोर की स्थिति में पहुंच गए हैं। डेढ़ सौ से अधिक नल आए दिन तकनीकी खराबी से बंद पड़े रहते हैं। 100 से अधिक नल खराब पड़े हैं।

इन गांवों में रिबोर लायक हैं हैंडपंप

सोहरास, आगापुर, कड़सर दो, बघइया, बिबियापारा, गोड़हिया नंबर तीन, डिहवा शेर बहादुर ¨सह, बरखुरद्वारापुर, देवलखा, चुलंभा में दो-दो, मतरेपुर, नौगइया, गोड़हिया नंबर दो, मरौठी, हैबरपुर नौबस्ता में तीन-तीन, बदरौली में छह, नत्थनपुर, ह¨तसी व विजयपुर में एक-एक नल रिबोर के लायक हैं। इसके अलावा अन्य गांवों में भी रिबोर के लायक हैंडपंप हैं।

प्रभारी बीडीओ दिनेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि एडीओ पंचायत ही सही जा नकारी दे सकते हैं। एडीओ पंचायत बृजेश कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायतवार खराब नलों की सूची तैयार करवा ली गई है। शीघ्र ही हैंडपंपों को दुरुस्त कराया जाएगा।


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