सड़कों पर दिखे पट्टी तो कम हों दुर्घटनाएं
बहराइच : ठंडक का आगाज हो गया है। देर रात अब कोहरे की चादर भी दिखाई पड़ने लगी है।
बहराइच : ठंडक का आगाज हो गया है। देर रात अब कोहरे की चादर भी दिखाई पड़ने लगी है। ऐसे में यदि आप बहराइच जिले की ओर रुख कर रहें तो सावधान रहें। जिले की ओर आने वाली सड़कों पर बनने वाली रेडियम युक्त सफेद पट्टी गुम है। जो वाहन चालकों के लिए लाइफ लाइन साबित होती है। घने कोहरे में यही सफेद पट्टी वाहन चालकों को मार्ग दर्शन देती है। इस पट्टी के न होने से ठंडक में दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है।
बहराइच से गोंडा जाने वाला मार्ग हो या बहराइच-लखीमपुर नेशनल हाइवे, बहराइच से लखनऊ, श्रावस्ती समेत कई अन्य सड़कों पर सड़क की मरम्मत व निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन इन मार्गो पर चलने वाले राहगीरों के जान की ¨चता न तो विभागीय अधिकारियों में दिख रही न सड़क निर्माण का काम करने वाले ठेकेदारों में। लाइफ लाइन कही जाने वाली सफेद पट्टी के न होने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी भी उदासीन बने हैं। रात को बहराइच आने वाले व जाने वाले चालकों के लिए कोहरे के चादर से ढकी सड़क पर इस पट्टी के सहारे वाहन चालक अपना सफर आसानी से तय करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। देर रात इन मार्गो पर दौड़ने वाले वाहन के चालक अब अंदाजा लगाकर वाहन चलाने को मजबूर हैं। जिससे दुर्घटनाओं के बढ़ने की आशंका भी बनी रहती है। पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता एके वर्मा ने बताया कि सड़क के चौड़ीकरण काम में तो इसका स्टीमेट बनाया जाता है और सड़क बनने के साथ ही सफेद पट्टी बना दी जाती है। सड़क मरम्मत के काम में सफेद पट्टी बनाए जाने का कोई स्टीमेट शामिल नहीं होता है।