चिकित्सक का अकाल, स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल
झोलाछाप चिकित्सक से इलाज कराने को मजबूर हैं पीड़ित
संसू, बौंडी(बहराइच) : चिकित्सकों की कमी के चलते बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं। अस्पतालों में चिकित्सक की तैनाती तो है कितु उन्हें कोविड-19 की ड्यूटी में लगा दिया गया है। इसके चलते ग्रामीण अंचल के मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाना पड़ता है।
कस्बे में राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक डॉ. अतीउर्रहमान की तैनाती है। बावजूद इसके चिकित्सक की ड्यूटी अधिकतर बाढ़ राहत चौकियों पर रहती है। यह केंद्र फार्मासिस्ट हरीश कुमार मिश्र के भरोसे संचालित है। होम्योपैथिक चिकित्सालय में डॉ. राकेश कुमार वर्मा की नियुक्ति है। यह चिकित्सालय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए वरदान की तरह है। अस्पताल के ओपीडी रजिस्टर को देखा जाए तो नियमित 60 से 80 मरीजों का अस्पताल में इलाज होता है। वर्तमान में तैनात चिकित्सक डॉ. राकेश वर्मा की कोविड-19 में ड्यूटी लगा दी गई है। इलाज के लिए आए लोग बैरंग वापस लौट रहे हैं। गुंजौली के पवन सिंह, भौंरी के राजन मिश्र, बौंडी के अंजनी शुक्ल, रमाकांत गौड़, कौशल गुप्त ने बताया कि चिकित्सक के न होने से ग्रामीण परिवेश के मरीजों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। सीएमओ डॉ. सुरेश सिंह ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बौंडी पर किसी चिकित्सक की तैनाती की जाएगी।