सातवीं मोहर्रम का आज निकलेगा ऐतिहासिक जुलूस
आकर्षण का केंद्र होगा इमाम हुसैन के घोड़े का प्रतीक दुलदुल जासं, बहराइच : नवासा-ए-रसूल
आकर्षण का केंद्र होगा इमाम हुसैन के घोड़े का प्रतीक दुलदुल जासं, बहराइच : नवासा-ए-रसूल हजरत इमाम हुसैन के भतीजे हजरत कासिम अलैहिस्सलाम की शहादत की याद में निकलने वाला सातवीं मोहर्रम का ऐतिहासिक जुलूस मंगलवार को निकाला जाएगा। जुलूस की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होकर गुजरेंगे। जुलूस का नेतृत्व मोहसिन जाफरी व जिया रिजवी करेंगे।
फिदा अब्बास ने बताया कि अंजुमन फनाफिल हुसैन अपना अलम व जुलफिकार का जुलूस इमामबाड़ा नवाब साहब से निकालेगी। इसी दौरान अंजुमन कासिमया कदीम व अंजुमन कासिमया रजिस्टर्ड मुहल्ला चांदपुरा से जुलूस निकालेंगे। यह तीनों अंजुमने अपने-अपने अलम लेकर दुलदुल हाउस के लिए चल पड़ेंगी। यह जुलूस काजीपुरा मुस्लिम मुसाफिरखाना, कवाबची गली, सराफा गली, हनुमान मंदिर से होकर चौक बाजार स्थित छोटी सब्जी मंडी व चौक घंटाघर के सामने से होकर पीपल चौराहा होते हुए दुलदुल हाउस पहुंचेंगी। दुलदुल हाउस में मजलिस होगी। इसके बाद मोहसिन जाफरी व जिया रिजवी दुलदुल निकालेंगे। मजलिस को वसीम जरवली संबोधित करेंगे। फिदा अब्बास ने बताया कि लोगों के आकर्षण का केंद्र दुलदुल होगा। तकरीबन 50 गैसों की चकाचौंध रोशनी के बीच यह जुलूस अपने लंबे रास्ते को तय करता हुआ नगर भ्रमण करेगा।