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सोती रही पुलिस, चौकियों पर पसरा रहा सन्नाटा

बहराइच : 26 जनवरी को लेकर आईबी ने पूरे देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। भारत-नेप

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 11:34 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jan 2018 11:34 PM (IST)
सोती रही पुलिस, चौकियों पर पसरा रहा सन्नाटा

बहराइच : 26 जनवरी को लेकर आईबी ने पूरे देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं। उप्र के संवेदनशील जिलों में बहराइच शामिल है। नेपाल के रास्ते से बहराइच जिले में कई आतंकी संगठनों के सदस्य भी प्रवेश कर चुके हैं। इन सबके बावजूद जिले की पुलिस कितनी सतर्क है, इसे जानने के लिए दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार की रात शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तो पुलिस अधिकारियों के दावों की पोल खुलती नजर आई। थानों व कोतवाली में पुलिस सोती नजर आई और चौकियों पर सन्नाटा पसरा रहा। ऐसे में लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे ही नजर आया। प्रस्तुत है रिपोर्ट -

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समय : रात एक बजे।

स्थान : डिगिहा तिराहा। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के दौरान रात एक बजे जागरण संवाददाता ने डिगिहा तिराहे का जायजा लिया तो चौराहे पर सन्नाटा पसरा नजर आया। मौके पर एक भी पुलिस कर्मी नजर नहीं आए। रात एक बजकर 16 मिनट पर कानूनगोपुरा पुलिस चौकी का गेट बंद रहा और सन्नाटा पसरा रहा। अस्पताल चौराहे पर भी कोई पुलिस कर्मी नजर नहीं आए। हां कुछ लोग घूमते रहे। इन्हें टोकने वाला कोई नहीं था।

समय : रात एक बजकर 23 मिनट। स्थान : पानी टंकी चौराहा। चीता मोबाइल-एक पर तैनात सिपाही आकाश कश्यप व चीता -नौ पर तैनात अश्वनी कुमार ¨सह के साथ होमगार्ड बुद्धिसागर, रामकिशोर, राजितराम, सालिकराम मुस्तैद नजर आए। सिपाहियों ने रात के अंधेरे में रियलिटी चेक करने वाले संवाददाता व छायाकार से रात में घूमने का कारण पूछा, लेकिन परिचय देने के बाद वे अपनी ड्यूटी पर फिर मुस्तैद हो गए।

समय : रात एक बजकर 34 मिनट। स्थान : डीएम तिराहा। डीएम आवास स्थित डीएम चौराहे का जायजा लिया तो यहां भी कोई पुलिस कर्मी नजर नहीं आया। सन्नाटा पसरा था।

समय : 1 बजकर 40 मिनट।

स्थान : कोतवाली नगर। यहां भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं दिख रहे थे। प्रवेश द्वार पर न तो सिपाही की तैनाती थी और न ही कोतवाली के अंदर कोई पुलिस कर्मी मौजूद था।

समय : एक बजकर 50 मिनट। स्थान- घंटाघर चौक। घंटाघर चौकी पर सन्नाटा पसरा रहा और चौकी के अंदर साहब की कुर्सी खाली दिखी। यह हाल शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाले घंटाघर पुलिस चौकी का था। यहां दूर-दूर तक पुलिस कर्मी नहीं नजर आ रहे थे।


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