बच्चों ने ठाना है, पॉलीथिन के जहर से धरा को बचाना है
जाऊ धरा बांझ होती जा रही है। कहाकि समय रहते न चेते तो परिणाम गंभीर होंगे। शिक्षक एलआर मौर्य ने कहा कि पॉलिीथिन को हर हाल में अपने से दूर करना होगा। जब ही सामान खरीदने घर से निकले तो हाथ में झोला होना चाहिए। शैक्षिक उन्नयन पर चर्चा करते हुए कहा कि दैनंदिनी का रोज अभिभावक अवलोकन करें। गृहकार्य कराने में बच्चों की मदद करें। पॉलीथिन के प्रयोग से हो रहे नुकसान पर बच्चों की ओर से कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सुरेश चंद्र
संसू, बहराइच: शहर के कैलाश नगर नई बस्ती बक्शीपुर में स्थित एसडीडी रणजीत सिंह शिक्षण संस्था में शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों के शैक्षिक उन्नयन को लेकर परिचर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने अभिभावकों व शिक्षकों को पॉलिथिन न प्रयोग करने का संकल्प दिलाया।
गोष्ठी के सेवानिवृत शिक्षक जयनरायण सिंह रहे। उन्होंने कहा कि पॉलीथिन आम आदमी की आदत शुमार हो गया है। यह आदत हमें जानलेवा बीमारी की ओर ही नहीं धकेल रही है, बल्कि उपजाऊ धरा बांझ होती जा रही है। कहा कि समय रहते न चेते तो परिणाम गंभीर होंगे। शिक्षक एलआर मौर्य ने कहा कि पॉलिीथिन को हर हाल में अपने से दूर करना होगा। जब ही सामान खरीदने घर से निकले तो हाथ में झोला होना चाहिए। शैक्षिक उन्नयन पर चर्चा करते हुए कहा कि दैनंदिनी का रोज अभिभावक अवलोकन करें। गृहकार्य कराने में बच्चों की मदद करें। पॉलीथिन के प्रयोग से हो रहे नुकसान पर बच्चों की ओर से कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सुरेश चंद्र, अवधेश मिश्र, कैलाशनाथ शाह, एसएस प्रजापति, सावित्री सिंह, बबिता तिवारी, शिखा वर्मा, अर्चना श्रीवास्तव, उमा मिश्रा व अन्य मौजूद रहे।