प्रदूषण नियंत्रण में बहराइच के प्लान पर एनजीटी की मुहर
रंग लाई जिला पर्यावरण समिति की कवायद एनजीटी ने दी प्लान को स्वीकृति कचरा निस्तारण की सटीक योजना पंचवटी के माध्यम से दूर होगा वायु प्रदूषण
मुकेश पांडेय, बहराइच : यहां हर तरह के कचरा निस्तारण की सटीक योजना राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण को रास आ गई और उसने बहराइच के पर्यावरण प्लान को स्वीकृति दे दी है। इस तरह बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए अपना प्लान बनाने वाला बहराइच यूपी का पहला जिला बन गया है।
एनजीटी ने याचिका संख्या 770/2017 के मद्देनजर 15 जुलाई 2019 को सभी जिलों को अपना पर्यावरण प्लान बनाने का निर्देश दिया था। इसके मद्देनजर जिलाधिकारी शंभु कुमार की अध्यक्षता में 28 सदस्यीय समिति गठित की गई। समिति ने आधा दर्जन बैठकें कर हर प्रकार के कचरा निस्तारण से लेकर हवा एवं ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण की योजना बनाई। कार्ययोजना में नगरपालिका के साथ अस्पताल, प्लास्टिक एवं इलेक्ट्रानिक बेस्ड कचरा प्रबंधन को पर्यावरण प्लान में खासा महत्व दिया गया है। इसके साथ ही भवन का मलबा, खनन से होने वाले प्रदूषण, विभिन्न प्रकार के धुएं से होने वाला वायु प्रदूषण एवं मिलों से निकलने वाले गंदे पानी से होने वाला जलीय प्रदूषण को नियंत्रित करने की योजना एनजीटी को रास आ गई है।
भूगर्भ जल को स्वच्छ बनाए रखने के लिए योजना के तहत आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। प्रचुर वन संपदा से आच्छादित जिले को पंचवटी से जुड़े बरगद, पीपल, पाकड़, गूलर, नीम के पौधों को रोपकर और हरा-भरा बनाए रखने पर कार्य किया जाएगा। इस योजना को 12 अक्टूबर 2020 को एनजीटी ने स्वीकृति देकर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अयोध्या को भेज दिया है। अब बोर्ड प्रदूषण नियंत्रण की मॉनिटरिग करेगा।
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जीपीएस लगे वाहन उठाएंगे कचरा
-पूरे नगरीय क्षेत्र में कचरा उठाने के लिए जीपीएस से लैस गाड़ियां इस्तेमाल की जाएंगी। इससे कचरा उठाने की प्रक्रिया की निगरानी आसानी से हो सकेगी और नगर स्वच्छ होगा।
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जिला पर्यावरण प्रबंधन का प्लान मंजूर हो चुका है। इस पर अमल से जल्द ही प्रदूषण मुक्त जिलों के मानक पर बहराइच अव्वल नजर आएगा।
-मनीष सिंह, सचिव एवं प्रभागीय वनाधिकारी