चार शवों की शिनाख्त नहीं, पांचवां मिलने से सनसनी
निर्मम हत्या के बाद शव फेंके जाने से दहशत ताबड़तोड़ हत्याओं से खुल रही सुरक्षा की पोल
बहराइच : लगातार दो दिन में चार लोगों की निर्मम हत्या कर शव फेंके जाने के मामले की गुत्थी अभी सुलझी नहीं थी कि बुधवार को फिर अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पांच दिनों में पांच शव मिले से पुलिस के इकबाल पर सवाल उठ रहे हैं। खुलासे के लगाई पुलिस टीमें हत्यारों की परछाई पाना तो दूर मृतकों की शिनाख्त नहीं करा पा रही हैं।
जरवलरोड के ग्राम पंचायत अहाता के बवालीपुरवा में 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति नाले में उतराता देख राहगीर एकत्रित हो गए। आशंका जताई गई कि हत्या कर शव नाले में फेंका गया है। इससे पहले रविवार को फखरपुर के माधवपुर में भी एक महिला का सिर कलम करने के बाद शव को हाईवे से 100 मीटर दूर धान के खेत में फेंका गया था। कुछ ही दूरी पर चार वर्षीय बालिका का शव मिला था।
शनिवार को इसी थाने के गजाधरपुर के बंसतापुर में दो मासूमों की गला रेतकर नृशंस हत्या करने के बाद शव को गन्ने के खेत में फेंक कर हत्यारे फरार हो गए थे। बेखौफ हत्यारे सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते जा रहे हैं और पुलिस बेबस नजर आ रही है। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती मृतकों की शिनाख्त है। पंपलेट से लेकर इंटरनेट मीडिया का सहारा लेने वाली पुलिस पांच दिन बाद भी खाली हाथ है।
बुधवार को हरदी के एक गांव से महिला व तीन बच्चों के लापता होने की सूचना पर पुलिस गंभीर हुई, लेकिन जांच में पता चला कि महिला अपने बच्चों के साथ पंजाब में पति के पास रह रही है। इसके बाद जांच टीम फिर मायूस हो गई।
कोट
मामले में जांच कर रही पुलिस टीमों को कुछ अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही सभी घटनाओं का राजफाश कर दिया जाएगा।
-डा. राकेश सिंह, डीआइजी देवीपाटन मंडल मासूम की गला व हाथ की नस काटकर हत्या प्रयास : बुधवार को कौड़हा ठाकुराइन पुरवा निवासी सात वर्षीय बालक का अज्ञात लोग गला रेतने के बाद उसके हाथों की नस काटकर मक्के के खेत में फेंक कर फरार हो गए। गंभीर हालत में मासूम को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बौंडी के कौड़हा ठाकुराइन पुरवा गांव निवासी सात वर्षीय आसिफ अली घर से पैसा लेकर बिस्कुट लेने की बात कहकर निकला था। आरोप है कि अज्ञात लोगों ने बालक को अगवा कर उसकी हत्या करने की नीयत से गला रेता और हाथों की नस काट दी। उसे मरा समझ कर गांव के बाहर फेंक कर फरार हो गए। कुछ देर जब वह घर वापस नहीं पहुंचा तो परिवारजन को चिता होने लगी। अनहोनी की आशंका में परिवारजन ग्रामीणों संग उसकी तलाश में निकल पड़े। गांव के बाहर मक्के के खेत में आसिफ को खून से लथपथ पड़ा देख हतप्रभ रह गए। आनन-फानन उसे जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने मासूम की हालत चिताजनक बताई है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।