श्रावस्ती में एनआरएचएम के अफसरों ने डाला डेरा
श्रावस्ती: प्रदेश के दो जिलों में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना का सच देखने के लिए भारत सरक
श्रावस्ती: प्रदेश के दो जिलों में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना का सच देखने के लिए भारत सरकार की कॉमन रिव्यू मिशन की टीम निरीक्षण करेगी। सात से 13 नवंबर तक प्रस्तावित निरीक्षण को देखते हुए प्रदेश व मंडल के एनआरएचएम के अधिकारी श्रावस्ती में डेरा डाले हुए हैं। यह टीम साफ-सफाई के साथ अभिलेखों को दुरुस्त कराने में जुटी हुई है। कई ऐसे काम जो पहले हो जाने चाहिए थे उन्हें अब आनन-फानन में दिल्ली से आने वाली टीम के खौफ में कराए जा रहे हैं जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में कोई गड़बड़ी सामने न आ सके।
प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की टीम चिंहित जिलों में पहुंच कर एनआरएचएम योजना की जांच करती हैं। इसके लिए राज्य स्तर की सर्वे टीम जिलों का भ्रमण कर सूचनाएं पहले से एकत्र करती हैं। इस वर्ष इन सूचनाओं के संकलन के बाद प्रदेश स्तर पर हुई बैठक में श्रावस्ती की स्थिति अत्यन्त दयनीय पाई गई जबकि मेरठ जिला अव्वल पाया गया। इसकी समीक्षा करने के लिए कॉमन रिव्यू मिशन टीम ने इन दोनों जिलों को चुना है। दिल्ली की टीम सात नवंबर से 13 नवंबर तक श्रावस्ती में डेरा डालकर इसकी समीक्षा करेगी और कारणों का पता लगाएगी। इसके मद्देनजर निदेशक सीएचसी चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सुषमा योगेश के नेतृत्व में राज्य व मंडल स्तरीय टीम यहां की कमियों को दुरुस्त करने में जुटी है। सीएचसी, पीएचसी, स्वास्थ्य उपकेंद्र, अन्य उपकेंद्र तथा ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति के अभिलेखों की जांच पड़ताल की जा रही है। केंद्रीय टीम जिले में पहुंचे इससे पूर्व एनआरएचएम के तहत संचालित योजनाओं के खामियों को दूर करने में लगे हैं। सीएमओ डॉ. एमपी कसौंधन बताते हैं कि केंद्रीय टीम के आने से पूर्व एनआरएचएम के अधिकारी साफ-सफाई तथा अभिलेखों के रखरखाव की स्थिति देख रहे हैं।