प्रबंधन की जानकारी, बचाएगी आपदा से दुश्वारी
कृत्रिम स्ट्रेचर पट्टी आदि बनाने के बारे में बताया गया।
संसू, बौंडी(बहराइच) : पचदेवरी गांव में एनडीआरएफ इंस्पेक्टर विनय कुमार ने शारीरिक दूरी के साथ ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के तरीके बताएं। इंस्पेक्टर ने बताया कि बाढ़ से पूर्व ग्रामीणों को एक किड तैयार कर लेनी चाहिए, जिसमें सूखे भोज्य पदार्थ, मोमबत्ती, इमरजेंसी लाइट, प्राथमिक उपचार की दवाई, रेडियो, तिरपाल आदि रख लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सर्पदंश के समय घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि सर्पदंश से कम, दहशत से ज्यादा मौतें होती है। पहले कटे हुए स्थान से ऊपर हल्का बांधना चाहिए व सीरिज से खून निकालने के बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाना चाहिए। झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं फंसना चाहिए। पानी में डूब रहे व्यक्ति को रस्सी लटकाकर अथवा लट्ठे के सहारे बचाएं। इसके बाद प्राथमिक उपचार के तौर पर उसे पेट के बल लिटाकर अथवा उसके पैरों को हल्का उठाकर उसके पेट के पानी को बाहर निकाले। सब इंस्पेक्टर गजेंद्र कुमार, ग्रामीण एलके शुक्ल, कृष्णकांत शुक्ल, सूरज त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।