तेरह लाख बच्चों को लगेगा रुबेला का टीका
बहराइच: मीजेल्स-रुबेला टीकाकरण अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयाि
बहराइच: मीजेल्स-रुबेला टीकाकरण अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। 26 नवंबर से चलने वाले मीजेल्स-रुबेला टीकाकरण अभियान के प्रचार-प्रसार व जनसमुदाय में जागरुकता बढाने के लिए सभी ब्लॉकों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा स्कूल के बच्चों का अभिमुखीकरण, रैली, धर्मगुरुओं, माताओं व अविभावकों के साथ बैठकें की गई।
सीएमओ डॉ. एके पांडेय ने बताया कि अभियान में अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जिले में नौ माह से 15 वर्ष तक के तेरह लाख बच्चों को मिजिल्स-रुबेला टीकाकरण किया जाएगा।
मीजेल्स यानी खसरा एक बेहद संक्रामक व जानलेवा बीमारी है। इसका वायरस इससे प्रभावित व्यक्ति के खांसने या छींकने से दूसरों में फैलता है।
डॉ.अजीत चंद्रा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी सरकार द्वारा देश के 19 राज्यों में चरणबद्ध तरीके से संपन्न कराया जा चुका है। एमआर टीकाकरण अभियान से अभी तक 14 करोड़ लोगों को टीके से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जा चुका है।
सुनील ¨सह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी संकट
पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों और 20 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों के लिए खसरा जानलेवा सिद्ध हो सकता है, क्योंकि इससे होने वाली जन्मजात अपंगता, निमोनिया, दस्त और दिमागी संक्रमण की वजह से मृत्यु हो सकती है।
लक्षण
कान के पीछे और गर्दन में सूजी हुई ग्रंथियां रुबेला के सबसे विशिष्ट चिकित्सीय लक्षण हो सकते हैं। चेहरे या शरीर पर गुलाबी, लाल दाने या चक्कते व अधिक तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और आंखों का लाल हो जाना।