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स्‍कूल में घुसा तेंदुआ पिंजड़े में कैद

बहराइच में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को वन विभाग की टीम द्वारा लगाए गए पिंजड़े में कैद कर लिया गया।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 12:40 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 05:49 PM (IST)
स्‍कूल में घुसा तेंदुआ पिंजड़े में कैद
स्‍कूल में घुसा तेंदुआ पिंजड़े में कैद

बहराइच, जागरण संवाददाता : कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग से सटे गांवों में आतंक का पर्याय बना एक और तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया। सूचना पाकर वन टीम मौके पर पहुंच गई। पकड़े गए तेंदुए को रेंज कार्यालय ले जाया गया। मेडिकल परीक्षण के बाद उसे उच्चाधिकारियों के आदेश पर छोड़ा जाएगा। 10 दिनों के अंदर यह दूसरा तेंदुआ है जो पिंजड़े में कैद हुआ है।

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कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कारीकोट के राजेंद्रसिंहपुरवा प्राथमिक विद्यालय की छत पर दो दिन पहले तंदुआ रात भर डटा रहा। सुबह ग्रामीणों के हांका लगाने पर बगल में गन्ने के खेत में छिप गया था। तेंदुए के भय से बच्चे विद्यालय आने में कतरा रहे थे। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। टीम ने तेंदुए के आमद की पुष्टि की। तेंदुए को पकड़ने के लिए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में पिंजड़ा लगाया गया था।

पिंजड़े में शुक्रवार को तेंदुआ कैद हो गया। सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पकड़े गए तेंदुए को कतर्निया रेंज कार्यालय ले गए। रेंजर पीयूष श्रीवास्तव ने बताया कि दो वर्षीय मादा तेंदुआ राजेंद्रसिंहपुरवा प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगे पिंजड़े में कैद हुआ है। रेंज कार्यालय में मेडिकल चेकअप कराकर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर छोड़ने का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी इसी स्थान पर एक और तेंदुआ पिंजड़े में कैद हुआ था।

अब तक पिंजड़े में कैद हुए तेंदुए
16 अप्रैल को नानपारा कोतवाली के ग्राम जूड़ा खैरीपुरवा में तेंदुआ घुस आया था। शौच गए छह लोगों पर हमला कर घायल कर दिया था। ग्रामीणों ने फूस की झोपड़ी में उसे बंद कर दिया, फिर पिंजड़े में कैदकर उसे ले जाया गया।
27 जुलाई को ककरहा रेंज के उर्रा, गंगापुर गांव में लगाए गए पिंजड़े में तेंदुआ कैद हुआ था।
छह अगस्त को मोतीपुर रेंज के दौलतपुर गांव में पिंजड़े में तेंदुए को कैद किया गया था।
12 अगस्त को नानपारा कोतवाली के बघौली में लगे पिंजड़े में तेंदुआ कैद हुआ था।
22 अगस्त को मोतीपुर रेंज के शाहपुर लगदिहा में साढ़े तीन वर्षीय मादा तेंदुआ पकड़ा गया था।
26 अगस्त को कतर्नियाघाट रेंज के राजेंद्रसिंहपुरवा में तेंदुआ पिंजड़े में
कैद किया गया था। इसे लायन सफारी इटावा भेजा गया।
सात सितंबर को कतर्नियाघाट रेंज के प्राथमिक विद्यालय राजेंद्रसिंहपुरवा के
परिसर में लगे पिंजड़े में तेंदुआ कैद हुआ।

इन गांवों में तेंदुए की दहशत
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग से सटे गुलरा, सिरसियनपुरवा,
घोसियाना, कैलाशनगर, जंबूटांड़ा, विशुनटांड़ा, राजेंद्रसिंहपुरवा, कारीकोट,
मौरहवा, आजमगढ़पुरवा, मटेही, राणाफार्म, तिगड़ा, जग्गापुरवा, कोहली,
सेठीफार्म, लंबापुरवा, मुखिया फार्म, बनकटी, सुजौली, गड़रियनपुरवा,
क्षत्रियपुरवा समेत 25 गांवों में तेंदुए की दहशत बनी है।


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