झमाझम बारिश के साथ गिरे ओले, किसानों में बेचैनी
जासं, बहराइच : शुक्रवार को तराई में झमाझम बारिश के साथ ओले गिरे। आठ मिमी बारिश रि
जासं, बहराइच : शुक्रवार को तराई में झमाझम बारिश के साथ ओले गिरे। आठ मिमी बारिश रिकार्ड की गई। गरज-चमक के साथ तेज हवाओं संग हुई बारिश से दलहनी-तिलहनी व आलू फसलों को काफी नुकसान हुआ है। 15 मिनट तक मटर के दाने के बराबर ओले गिरते रहे। खेतों में ओले से सफेद चादर बिछ गई। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि मौसम अभी दो-तीन दिनों तक ऐसे ही रहेगा। मौसम अगर ऐसे ही रहेगा तो गेहूं की फसलों को भी नुकसान होने की संभावना है। आकाशीय बिजली गिरने से प्राथमिक विद्यालय भवन दरक गया है। एक मवेशी की मौत भी हो गई। मौसम के बदले रंग से किसानों की बेचैनी बढ़ गई है।
महसी : बौंडी, रानी बाग, रेहुआ, साईंगांव कौड़हा समेत आसपास के गांवों में तकरीबन 15 मिनट तक मटर के दाने के बराबर ओले गिरे। खेतों में ओले से सफेद चादर बिछ गई। ओले से दलहन, तिलहन व आलू की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के चलते गन्ने की फसल भी गिरकर जमींदोज हो गई। किसान राजाराम, संवारे, रामनरेश कहते हैं कि ओलावृष्टि से पककर खेतों में तैयार खड़ी तिलहनी फसल को भारी नुकसान हुआ है। खेती-किसानी चौपट हो गई है। आम की फसलों को भी मौसम की बदमिजाजी से काफी नुकसान होगा। मौसम की बेरुखी से किसान हलकान हो रहे हैं। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पर भी मौसम का बदला मिजाज असर डाल सकता है। तराई में लगातार तीन दिनों से बारिश हो रही है। तेज हवाओं के साथ गुरुवार को जगह-जगह ओले भी गिरे। मौसम के बदले रंग से तापमान भी लुढ़क गया है। न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है, जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा। बारिश से तापमान लुढ़कने से गलन भी बढ़ गई है। गरज-चमक के साथ हुई बारिश के बीच लोग घरों में कैद रहे। पयागपुर ब्लॉक क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से मोहनपुर माफी का विद्यालय भवन दरक गया है। एक मवेशी की भी चपेट में आकर मौत हो गई। मौसम वैज्ञानिक डॉ.एमवी ¨सह बताते हैं कि अभी दो-तीन दिनों तक मौसम ऐसे ही रहेगा। इससे दलहनी व तिलहनी फसलों को नुकसान हुआ है।