काष्ठ व शिल्प कला का संगम है हस्तशिल्प मेला
बहराइच : नगर पालिका परिषद मैदान में लगे हस्त मेला काष्ठ, शिल्पकला का संगम सरीखा दिख रहा ह
बहराइच : नगर पालिका परिषद मैदान में लगे हस्त मेला काष्ठ, शिल्पकला का संगम सरीखा दिख रहा है। बनारसी के बुनकरों के हाथों की तैयार सिल्क साड़ी व हैंडलूम खरीददारों को लुभा रहा है। सहारनपुर का सुप्रसिद्ध नक्कासीदार घरेलू फर्नीचर, प्रतापगढ़ का अचार व कानपुर का हैंडलूम पहले ही दिन छाप छोड़ने में कामयाब रहा। ग्रामोद्योग का त्रिफला व आजमगढ़ के सिल्क की कुर्ती लोगों की पहली पसंद रही।
निर्बल वर्ग हथकरघा बुनकर सहकारी समिति सीतापुर के तत्वावधान में नगर पालिका परिसर में 11 दिवसीय लघु स्तरीय ग्रामोद्योग हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले में खादी, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शन व बिक्री को लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बुनकर व शिल्पकार प्रतिभाग कर रहे हैं। इनमें बनारस की मोनिक सिल्क, कॉटन सिल्क कोटा सिल्क की साड़ियां मेले में आने वाले खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं। कानपुर से आए हैंडलूम के व्यवसायी मुहम्मद फुरकान व आजमगढ़ के इकबाल कहते हैं कि यह कार्य उनकी पुश्तैनी है। वे कहते हैं कि ऐसे आयोजनों से लोगों को खादी व हैंडलूम की असल पहचान होती है। मेले में सहारनपुर की काष्ठ कला अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। लकड़ी के घरेलू उत्पाद लोगों को लुभा रहे हैं। प्रतापगढ़ का मुरब्बा, अचार व चरक ग्रामोद्योग कानपुर का त्रिफला खरीदने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो रही है। मेले के पहले ही दिन खादी व सिल्क के शौकीनों की आमद से परिसर भरा रहा।