घाघरा विकराल, 85 गांवों में जनजीवन अस्त-व्यस्त
चारा लेकर लौट रहे किसान की डूबने से मौत 38 घंटे बाद मिले नदी में डूबे दो मासूमों का शव 58 सेंटीमीटर लाल निशान से ऊपर बह रही घाघरा 611902 क्यूसेक पानी छोड़ा गया घाघरा नदी में 106.656 मीटर लाल निशान पर पहुंचा जलस्तर
बहराइच : पहाड़ों पर भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। गुरुवार को सुबह आठ बजे तीनों बैराजों से छह लाख 11 हजार 902 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चढ़ रहा है। महसी के कोटिया गांव चारा लेकर वापस लौट रहे किसान की डूबकर मौत हो गई।
हरदी क्षेत्र के कोटिया गांव के शिवशंकर वाजपेयी (40) गुरुवार को पशुओं के लिए खेत से चारा लेने गए थे। चारा लेकर लौटते समय पैर फिसल जाने से सड़क किनारे गहरे पानी में चले गए और डूबकर मौत हो गई। परिवारजन ने शव को पानी से बाहर निकाला। नायब तहसीलदार विपुल कुमार सिंह ने बताया कि राजस्वकर्मियों को मौके पर भेजा गया है। पीड़ित परिवार को अहेतुक सहायता दी जाएगी।
मंगलवार को नाव पलटने से लापता हुए मिहींपुरवा के बड़खड़िया के नईबस्ती के पांच वर्षीय मासूम गुलशन एवं अंकित के 38 घंटे बाद शव स्थानीय गोताखोरों ने झाड़ियों में फंसे बरामद किए। बड़खड़िया के नईबस्ती गांव में पेड़ से टकराकर एक नाव पलट गई थी। मिहींपुरवा, नानपारा, महसी एवं कैसरगंज तहसील के 85 गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है।
गुरुवार की दोपहर दो बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 106.656 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि गुरुवार की दोपहर दो बजे शारदा बैराज से तीन लाख 45 हजार 532, गिरिजापुरी बैराज से दो लाख 35 हजार 472 व सरयू बैराज से 12 हजार 888 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
इससे दर्जनों संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो चुके हैं। एक दर्जन स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षण कार्य ठप हो गया है। हजारों हेक्टेयर फसलें तबाह हो गई हैं। हजारों ग्रामीणों के घरों में कई फीट तक पानी भर चुका है। ऐसे परिवार बेलहा-बेहरौली तटबंध, सड़क की पगडंडी अथवा ऊंचे स्थानों पर तिरपाल के नीचे पहुंच गए हैं।
बौंडी: क्षेत्र के तिकुरी, पिपरी, कोरहवा, कायमपुर, गोलागंज, जोगापुरवा, सिलौटा, तारापुरवा, प्रहलादपुरवा, छत्तरपुरवा, घूरदेवी, भौंरी, संगवा समेत 20 गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया हैं। बेलहा-बेहरौली तटबंध को रानीबाग, छत्तरपुरवा, भौंरी, घूरदेवी, सरसठ बेटोरा, समदा, संगवा, जोगापुरवा, तारापुरवा से जोड़ने वाले संपर्क मार्गों समेत एक दर्जन संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी से अवरुद्ध हो गए हैं। संविलियन विद्यालय अटोडर, संस्कृत विद्यालय बौंडी, प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय गोलागंज, प्राथमिक विद्यालय कायमपुर समेत एक दर्जन स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षा व्यवस्था में परेशानियां हो रही है।
महसी: तहसील क्षेत्र के पंचदेवरी, मांझादरियाबुर्द, चमरहिया, गोड़ियनपुरवा, धोबियनपुरवा, पचासा, मोगदहनपुरवा, सुबेदारपुरवा, सुंदरघाट, लोधन पुरवा, सुरेशपुरवा, जोलाहनपुरवा, भंडारी पुरवा, रामनगर, नौवनपुरवा, प्रधानपुरवा, मुखियापुरवा, मुनेसरपुरवा, नईबस्ती, लोनियनपुरवा, मास्टरपुरवा, बाबा मेला, चुरईपुरवा, बांसगढ़ी, बकैना, डिहुआ, गौरिया, मुड़खलिया, पारा, चकदहा समेत 65 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। किसानों की धान की फसल बाढ़ के पानी मे डूब गई है। कई किसानों की कटी फसल बह गई है। जिले की नदियों का जलस्तर
नदी-बैराज-लाल निशान-जलस्तर
घाघरा-गिरजापुरी-136.80-136.05
घाघरा- एल्गिन ब्रिज-106.07-106.656
घाघरा-घूरदेवी-112.135-112.300
सरयू-गोपिया-133.55-131.80
शारदा-शारदा-135.49-136.35
(जलस्तर मीटर में है)